Jharkhand : कोरोना काल में हाईटेक हुए अपराधी, लूटपाट में कर रहे मोबाइल एप का इस्तेमाल
अपराधी लूटपाट की घटना को अंजाम देने को सड़कों पर राहगीरों को रोकने के लिए वाहन चालकों का नाम तक लेकर पुकारने लगे हैं। अपराधियों ने यह ट्रेंड मोबाइल एप के जरिए शुरू की है।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना काल में अपराधियों ने अपराध का ट्रेंड बदल दिया है। लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी मोबाइल एप का सहारा ले रहे हैं। लूटपाट के लिए सड़कों पर राहगीरों को रोकने के लिए वाहन चालकों का नाम तक अपराधी पुकारने लगे हैं। अपराधियों ने यह ट्रेंड मोबाइल एप के जरिए शुरू की है। एक एप ऐसे हैं जिसमें वाहनों के नंबर डालने पर उसके ऑनर का पता चल जाता है। लिहाजा वैसे एप का इस्तेमाल भी अपराधी कर रहे हैं।
एक साथ दोनों तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है साइबर क्राइम कर पहले अपराधी वाहन मालिकों का नाम पता लगाते हैं ओर फिर एकांत व सुनसान जगह पर उन वाहन मालिकों को लूटने के लिए उसके नाम का संबोधन कर गाड़ी रोकवाते हैं ओर फिर लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं। कुछ महीना पूर्व बरवाअड्डा इलाके में राहगीरों से लूटपाट में गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ के दौरान यह खुलासा धनबाद पुलिस के पास किया था। अपराधियों ने लूटपाट के नये तरीके भी पुलिस को बताए थे। लूटपाट में टुंडी व गिरिडीह के कुछ शातिर शामिल थे।
मालूम हो कि टुंडी व गिरिडीह इलाके में इन दिनों साइबर अपराधियों की सक्रियता बढ़ी है। पहले टुंडी के सुनसान जगलों में लूटपाट के लिए अपराधी पेड़ काटकर मार्ग अवरूद्ध करते थे फिर घटना को अंजाम देते थे परंतु अब ट्रेंड बदला है, अब लूटपाट से पहले रैकी करते हैं फिर मोबाइल एप के जरिए वाहन चालकों का नाम पता की जानकारी कर वारदात को अंजाम देते हैं।