कोरोना से मृत एक भी बीसीसीएलकर्मी को नहीं मिला मुआवजा
कोल इंडिया ने घोषणा की थी कि कोरोना वायरस की चपेट में आकर मृत अधिकारी व कर्मचारियों को उसी तरह मुआवजा दिया जाएगा जिस तरह घातक खदान हादसों में शहीद हुए कर्मियों को दिया जाता है। बाकायदा कोल इंडिया बोर्ड ने बैठक कर इसे घातक खदान हादसा मानते हुए उसी के अनुसार मृत अधिकारी व कर्मचारियों के आश्रितों को 15 लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा की थी। हालांकि अभी तक बीसीसीएल के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को इसका भुगतान नहीं किया गया है।
रोहित कर्ण, धनबाद : लॉकडाउन के दौरान जब पूरा देश अपने घरों में दुबका था, कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारी अपने मोर्चे पर डटे थे। देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए वे दिन-रात कोयला खनन में व्यस्त थे। उनकी इस कर्तव्यपरायणता को देखते हुए कंपनी ने घोषणा की थी कि कोरोना वायरस की चपेट में आकर मृत अधिकारी व कर्मचारियों को उसी तरह मुआवजा दिया जाएगा जिस तरह घातक खदान हादसों में शहीद हुए कर्मियों को दिया जाता है। बाकायदा कोल इंडिया बोर्ड ने बैठक कर इसे घातक खदान हादसा मानते हुए उसी के अनुसार मृत अधिकारी व कर्मचारियों के आश्रितों को 15 लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा की थी। हालांकि अभी तक बीसीसीएल के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को इसका भुगतान नहीं किया गया है। इस कालखंड में बीसीसीएल के छह अधिकारी व कर्मचारी अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें दो अधिकारी व चार कर्मचारी हैं।
अधिकारियों के मुताबिक कार्मिक विभाग की ओर से इस संबंध में किसी को मुआवजा देने की संस्तुति देने के बाद ही वित्त विभाग की ओर से राशि का भुगतान किया जाना है। हालांकि किसी की संस्तुति अभी तक नहीं की गई है। कार्य के दौरान ये हुए कोरोना के शिकार : मृतक पद विभाग तिथि
हरेंद्र महतो प्यून सतर्कता 24 अगस्त
रामचंद्र सिंह क्लर्क वेस्ट झरिया नौ अगस्त
प्रदीप कुमार शर्मा अधिकारी लोदना (एक्सकैवेशन) 10 सितंबर
बिरंजन सिंह सीनियर ड्रेसर केंद्रीय अस्पताल 10 सितंबर
अरुण कुमार मिश्रा जनरल मजदूर कुसुंडा 14 सितंबर
बेनेडिक्ट खलको एपीएम पीबी एरिया 26 दिसंबर कोट
हमलोगों ने मुआवजा देने का निर्देश दे दिया है। हालांकि कार्मिक विभाग से अभी तक किसी कर्मचारी या अधिकारी की संस्तुति नहीं मिली है। लिहाजा मेरी जानकारी में अभी तक किसी को इस राशि का भुगतान नहीं किया गया है।
समीरण दत्ता, वित्त निदेशक, बीसीसीएल