Unlock-1: अब प. बंगाल में आने-जाने के लिए किसी पास की नहीं जरूरत, धनबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों की दूर हुई परेशानी

धनबाद जिले की सीमा प. बंगाल से लगती है। प. बंगाल का आसनसोल और पुरुलिया जिला झारखंड के धनबाद से लगता है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना होता है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 01:34 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 01:34 PM (IST)
Unlock-1: अब प. बंगाल में आने-जाने के लिए किसी पास की नहीं जरूरत, धनबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों की दूर हुई परेशानी
Unlock-1: अब प. बंगाल में आने-जाने के लिए किसी पास की नहीं जरूरत, धनबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों की दूर हुई परेशानी

धनबाद/ रांची, जेएनएन। Coronavirus के सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च, 2020 को जो Lockdown हुआ था उससे बाहर निकलने की देश में प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बाबत केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को लॉकडाउन 5.0 की नई  गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इसमें सबसे सुविधाजनक बात यह  है कि एक जून से अंतर्राज्यीय परिवहन पर रोक नहीं होगी। यानी जहां अनुमति हैं, वहां मेट्रो को छोड़कर एक राज्य से दूसरे राज्य में बस, टैक्सी और अन्य परिवहन का संचालन किया जा सकेगा। हालांकि राज्य चाहें तो इस परिवहन को नियंत्रित कर सकता है लेकिन इसके लिए पहले से लोगों को ठोस कारण बताना होगा। इसे जनता के बीच ठीक ढंग से प्रचारित करना होगा। ऐसे में अब झारखंड के लोग सीमावर्ती राज्यों में आसानी से आ-जा सकेंगे।

धनबाद जिले की सीमा प. बंगाल से लगती है। प. बंगाल का आसनसोल और पुरुलिया जिला धनबाद से लगता है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना होता है। सीमावर्ती क्षेत्रों में तो रोजमर्रा के काम के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता है। लॉकडाउन के कारण धनबाद जिले के मैथन, चिरकुंडा, पंचेत के लोग परेशान थे। अब तक केंद्र सरकार ने 1 जून से एक राज्य से दूसरे राज्यों में आने-जाने के लिए ई-पास की व्यवस्था समाप्त कर दी है तो यह लोगों के लिए बड़ी राहत की बात है।

लॉकडाउन-5 में बस, ऑटो, ई-रिक्शा परिचालन को भी छूट देने की तैयारी
एक जून से शुरू हो रहे लॉकडाउन-5 में सड़कों पर चहल-पहल बढ़ सकती है। सरकार नियम व शर्तों के साथ बस, ऑटो, ई-रिक्शा सहित सभी निजी व व्यवसायिक वाहनों को चलाने की अनुमति देने जा रही है। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। सरकार के पास संबंधित विभाग ने प्रस्ताव भेजा है, जिसपर सहमति लगभग मिल चुकी है।


किस वाहन में कितने लोग बैठेंगे, इसपर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। पहले यह तय हुआ था कि वाहन में जितने लोगों के बैठने की क्षमता है, उससे आधी सवारियां ही बैठेंगी, लेकिन अब इसमें बदलाव की तैयारी है।
सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार लॉकडाउन-5 पर केंद्र की घोषणा के बाद अपना निर्णय जारी करेगी। रूपरेखा तैयार है, घोषणा बाकी है। अब कंटेंनमेंट जोन के बाहर स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है। सूचना यह भी है कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान अब पूरी तरह खोल दिए जाएंगे, जिन्हें लॉकडाउन अवधि में बंद किया गया था, उन्हें भी खोलने की अनुमति होगी। ऐसी स्थिति में एहतियात बरतते हुए दुकानदार व खरीदार अपनी जरूरतों को पूरा करेंगे।

chat bot
आपका साथी