फर्जी नाम-पते पर खोले गए कई खाते, फिर हुआ लाखाें का ट्रांजेक्‍शन, बैंक को लगा डेढ़ करोड़ का चूना

पिछले वर्ष मई महीने में फर्जी तरीके से एक्सिस बैंक धनबाद से उड़ाए गए 1.5 करोड़ रुपये किस-किस के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए हैं इसका पता साइबर थाना की पुलिस अब तक नहीं लगा पाई है। सभी खाते फर्जी नाम पते पर खोले गए थे।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 03:38 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 03:38 PM (IST)
फर्जी नाम-पते पर खोले गए कई खाते, फिर हुआ लाखाें का ट्रांजेक्‍शन, बैंक को लगा डेढ़ करोड़ का चूना
पुलिस बिहार, दिल्ली तक की खाक छानकर लौटी है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: पिछले वर्ष मई महीने में फर्जी तरीके से एक्सिस बैंक धनबाद से उड़ाए गए 1.5 करोड़ रुपये किस-किस के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए हैं, इसका पता साइबर थाना की पुलिस अब तक नहीं लगा पाई है। पुलिस ने कुछ खाताधारकों का पता लगाने की भी कोशिश की, परंतु वह सभी खाते फर्जी नाम पता पर खोले गए थे। कुछ खाताधारकों का पता लगाने गई पुलिस बिहार, दिल्ली तक की खाक छानकर लौटी है।

काफी प्रयास के बावजूद पुलिस खाताधारकों का सत्यापन नहीं कर पाई। पुलिस को अब यकीन होने लगा है कि बैंक से रुपए ट्रांजेक्शन में कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं थी, बल्कि सोची समझी साजिश का नतीजा है। फर्जी नाम पता व अन्य दस्तावेज के आधार पर बैंक में खाता खोले गए और उसी खाते में रकम ट्रांसफर हुई है। अभी तक पुलिस बिहार, यूपी, दिल्ली समेत कई राज्यों में एक दर्जन से ज्यादा खाताधारियों के नाम पता का सत्यापन कर चुकी है बावजूद पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। मामले में पुलिस को एक बड़े संगठित गिरोह के हाथ होने की आशंका है। प्रारंभिक जांच में यह पुलिस भी नहीं समझ पा रही है कि बैंक के आरटीजीएस खाते में कैसे सेंधमारी कर इतनी बड़ी रकम को अलग-अलग राज्यों के 19 खातों में ट्रांसफर किया गया।

धनबाद के साइबर डीएसपी सुमित सौरभ लकड़ा खुद इस मामले की जांच में जुटे हैं। कॉपरेटिव व एक्सिस बैंक के बीच गड़बड़ी कहां से हुई, इस बिंदु पर भी छानबीन जारी है। मालूम हो कि कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन ने मामले में एक्सिस बैंक की लापरवाही बताया है। कॉपरेटिव बैंक प्रबंधन का तर्क है कि 29 और 30 मई को बैंक की ओर से आरटीजीएस करने का कोई भी रिक्वेस्ट एक्सिस बैंक को फॉरवर्ड नहीं किया गया है। इसके बावजूद इतनी भारी रकम विभिन्न खाते में कैसे ट्रांसफर हो गए। एक्सिस बैंक प्रबंधन का तर्क है कि बगैर रिक्वेस्ट फॉरवर्ड के रकम ट्रांसफर नहीं हो सकता। पुलिस अब इन दोनों बैंकों के बीच की कड़ी खंगालने में जुटी है।

chat bot
आपका साथी