टुंडी में महिला को कुचलनेवाले हाथी का नहीं चल रहा पता
संवाद सहयोगी टुंडी पश्चिमी टुंडी के मनियाडीह थाना अंतर्गत मछियारा गांव में आठ अप्रैल को
संवाद सहयोगी, टुंडी : पश्चिमी टुंडी के मनियाडीह थाना अंतर्गत मछियारा गांव में आठ अप्रैल को महुआ चुनने के दौरान झुंड से बिछड़े हाथी द्वारा कुचले जाने से अजमेरुन बीबी नामक महिला की जान चली गई थी। घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक उस हाथी का कोई अता-पता नहीं चल रहा है। इससे दो जिलों के वनकर्मी परेशान हैं। धनबाद व गिरिडीह वन प्रमंडल के वन पदाधिकारी से लेकर कर्मी परेशान हैं कि आखिर हाथी कहां गया। हर घंटे दोनों जिला के वन अधिकारी व कर्मी आपस में संपर्क साध रहे हैं, लेकिन कोई पता नहीं चल रहा है। हाथी का वनक्षेत्र में भूमिगत होकर विचरण की बात कही जा रही है कितु इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
टुंडी वनक्षेत्र पदाधिकारी बिनोद ठाकुर के अनुसार हाथी को खोजने के लिए फोरेस्टर गोविद राम के नेतृत्व में 14 सदस्य टीम को लगाया गया है जो पूरे लगभग 30 किलोमीटर क्षेत्र में खाक छान रहे हैं। इतना ही नहीं, वन क्षेत्र के आसपास वाशिदों से भी जानकारी को लेकर संपर्क साधा जा रहा है, लेकिन अबतक हाथी का सुराग नहीं मिल पाया है। यह अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
चार दिन पूर्व मछियारा गांव की अजमेरुन बीबी अपने घर के पीछे पेड़ के नीचे महुआ चुन रही थी। उसी दौरान गिरिडीह वन क्षेत्र से झुंड से बिछड़ा एक हाथी आ धमका। उसने महिला को पटककर कुचल डाला। उससे उसकी जान चली गई थी। वन विभाग ने महिला के स्वजनों को चार लाख मुआवजा का आश्वासन दिया था जिसमें 25 हजार रुपए उसी दिन दे दिया गया था।