बीआइटी सिदरी की पत्रिका सर्जना अब नए स्वरूप में होगी प्रकाशित

बीआइटी सिदरी की पत्रिका सर्जना अब बदले स्वरूप में प्रकाशित होगी। सर्जना में अब साहित्य के साथ-साथ तकनीकी लेखों का भी समावेश होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 05:53 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 05:53 PM (IST)
बीआइटी सिदरी की पत्रिका सर्जना अब नए स्वरूप में होगी प्रकाशित
बीआइटी सिदरी की पत्रिका सर्जना अब नए स्वरूप में होगी प्रकाशित

सिदरी : बीआइटी सिदरी की पत्रिका सर्जना अब बदले स्वरूप में प्रकाशित होगी। सर्जना में अब साहित्य के साथ-साथ तकनीकी लेखों का भी समावेश होगा। शुक्रवार को बीआइटी सिदरी के निदेशक डा. डीके सिंह के साथ सर्जना टीम की बैठक में यह निर्णय लिया गया। निदेशक ने सर्जना टीम को साहित्यिक लेखों के साथ तकनीकी लेख लिखने के लिए भी प्रोत्साहित किया। विभिन्न कंपनियों के एचआर के कार्यक्रम को पत्रिका में स्थान देने का सुझाव दिया। ताकि छात्रों को प्लेसमेंट का मार्गदर्शन प्राप्त हो सके। छात्र स्वयं को परिसर चयन के लिए पूर्ण रूप से तैयार कर सके।

निदेशक ने संस्थान में लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करने का भी सुझाव दिया, जिससे छात्रों में साहित्यिक रुचि बढ़ सके और वे अपनी रचनात्मक लेखन शैली को लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर सकें। बैठक में नव मनोनीत सर्जना की प्रभारी डा. माया राजनारायण राय भी मौजूद थीं। उन्होंने भी बीआइटी सिदरी की अधिकृत पत्रिका सर्जना को नए क्लेवर के साथ प्रस्तुत करने का सुझाव दिया। निदेशक के सुझाव का स्वागत किया। सर्जना बीआइटी सिदरी से प्रकाशित होने वाली संस्थान की वार्षिक पत्रिका है। यह मुख्य रूप से साहित्य को समर्पित है। इस पत्रिका का आरंभ समानांतर के नाम से हुआ था। कालांतर में इसका नाम सर्जना हुआ। 2019 में सर्जना के 34 वें अंक का प्रकाशन हुआ था। पत्रिका के संरक्षक निदेशक हैं। पत्रिका में हिदी और अंग्रे•ाी दोनों भाषाओं के आलेख को स्थान दिया जाता है। सर्जना की टीम के चयन के लिए रचनाशीलता और साहित्यिक प्रतिभा की परख की जाती है। इसके लिए प्रथम वर्ष के छात्रों के बीच लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है।

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