बीसीसीएल की छह एरिया से रैक से कोयले की सप्लाई शून्य

दुर्गापूजा के दौरान 14 व 15 अक्टूबर को भले देश के कई संस्थानों में पूजा की छुट्टी थी लेकिन खदानों में कोयला उत्पादन व डिस्पैच का काम जारी था। हालांकि इन दो दिनों में राज्य की कोयला कंपनियां पावर प्लांट को कोयला सप्लाई करने में पीछे रह गई है। कोयला मंत्रालय को शनिवार सुबह आठ बजे तृतीय पाली समाप्त होने के बाद भेजी गई रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:30 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:30 AM (IST)
बीसीसीएल की छह एरिया से रैक से कोयले की सप्लाई शून्य
बीसीसीएल की छह एरिया से रैक से कोयले की सप्लाई शून्य

जागरण संवाददाता, धनबाद : दुर्गापूजा के दौरान 14 व 15 अक्टूबर को भले देश के कई संस्थानों में पूजा की छुट्टी थी लेकिन खदानों में कोयला उत्पादन व डिस्पैच का काम जारी था। हालांकि इन दो दिनों में राज्य की कोयला कंपनियां पावर प्लांट को कोयला सप्लाई करने में पीछे रह गई है। कोयला मंत्रालय को शनिवार सुबह आठ बजे तृतीय पाली समाप्त होने के बाद भेजी गई रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है। ऐसा तब जब इस दौरान कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी झारखंड दौरे पर बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल व सीएमपीडीआइएल के प्रमुख के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। 15 अक्टूबर को शनिवार को तृतीय पाली समाप्त होने बाद भेजी गई रिपोर्ट में बीसीसीएल के छह एरिया से कोयले की रैक सप्लाई शून्य रही। इसमें बरोरा, गोविदपुर, ईस्टर्न झरिया, वेस्टर्न झरिया, कुसुंडा, लोदना शामिल है। जबकि कोल इंडिया ने 14 को तय लक्ष्य 310 के एवज में 251 व 15 अक्टूबर को 218 रैक कोयले की ही सप्लाई की।

जोशी ने इस दौरान सभी कोयला कंपनियों के अधिकारियों को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि पहले क्या होता था, पता नहीं। अब आप की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। ऐसे में कोई भी बच नहीं सकता है। इसलिए काम के प्रति ध्यान देने की जरूरत है। हर रिपोर्ट का होता है अध्ययन

उन्होंने कहा कि पहले जो रिपोर्ट भेज दी जाती थी, उस पर काम चल जाता था। लेकिन अब सारे रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। इसलिए कोयले का उत्पादन व डिस्पैच बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रोथ की स्थिति नहीं, कोयला उत्पादन व डिस्पैच लक्ष्य को भी पूरा करें। सीसीएल, बीसीसीएल व ईसीएल उत्पादन व डिस्पैच लक्ष्य को पूरा नहीं कर पा रही है। उन्होंने निरंतर कोयला उत्पादन सुनिश्चित करने और बिजली संयंत्रों को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन शुरू हो गया है और यह हमारा कर्तव्य है कि बिजली संयंत्रों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कोयला कंपनियों को कोयला निकासी और उत्पादन में बाधाओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। हम जहां भी और जब भी आवश्यक हो, सभी समर्थन देने के लिए वहां मौजूद हैं। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे कर्मचारियों को उत्पादन और प्रेषण को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित करें। इधर बैठक के दौरान कोयला कंपनियों के सीएमडी ने भी क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया। इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के अपर सचिव, वीके तिवारी, कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव बीपी पाति, डा. होनारेड्डी एन, सीएमडी, सीसीएल और बीसीसीएल पीएम प्रसाद, सीएमडी, ईसीएल पीएस मिश्रा, सीएमडी, सीएमपीडीआईएल मनोज कुमार, निदेशक तकनीकी (संचालन) वीके श्रीवास्तव, निदेशक तकनीकी (पी एंड पी) भोला सिंह, निदेशक कार्मिक पीवीकेआर मल्लिकार्जुन राव व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कंपनी - 14 अक्टूबर - 15 अक्टूबर

बीसीसीएल 12 06

ईसीएल 12 10

सीसीएल 31 25

कोल इंडिया 251 218

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