Coronavirus Dhanbad News Update: 22 माताएं हुईं संक्रमित, नवजातों ने अपनी इम्युनिटी से वायरस को पास फटकने नहीं दिया
Coronavirus Dhanbad News Update एसएसएलएनटी अस्पताल का डेडिकेटेड कोविड हेल्प सेंटर में पिछले 2 महीने (मार्च अप्रैल) में 50 संक्रमित महिलाएं स्वस्थ हुईं हैं। इसमें 20 गर्भवती महिलाएं भी शामिल है। गर्भवती महिलाओं ने मात्र 3 से 4 दिनों में वायरस को मात दीं।
धनबाद, जेएनएन। Coronavirus Dhanbad News Update एक और कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चपेट में लोग हर दिन काफी संख्या में आ रहे हैं, तो ठीक होने वाले लोगों की भी संख्या बढ़ रही है। ठीक होने वाले में सबसे विशेष गर्भवती महिलाएं और नवजात भी शामिल हैं। महिलाओं के लिए बनाया गया एसएसएलएनटी अस्पताल का डेडिकेटेड कॉविडहेल्प सेंटर से पिछले 2 महीने (मार्च, अप्रैल) में 50 संक्रमित महिलाएं स्वस्थ हुए हैं। इसमें 20 गर्भवती महिलाएं भी शामिल है। गर्भवती महिलाओं में मात्र 3 से 4 दिनों में वायरस को मात दी है। वही 22 नवजात भी संक्रमण की जद से दूर रहे हैं। अस्पताल के प्रभारी डॉ रितेश रंजन बताते हैं कि दूसरी लहर में भी नवजात और गर्भवती महिलाएं तेजी से ठीक हो रही हैं ऐसे में जरूरी है भय के साए में न रहा जाए। कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाए।
प्रसव के बाद नवजात में नहीं दिखे कोई लक्षण
22 ऐसी महिलाएं जिनका प्रसव हुआ, वह एसएनएमएमसीएच और दूसरी सरकारी अस्पतालों में संक्रमित पाई गई। लगभग 5 से 6 दिनों तक सभी यहां सेंटर में रही। इनकी नवजात स्वजनों को सौंप दिए गए। नवजात में भी कोई लक्षण नहीं दिखे, जांच में भी नेगेटिव निकले। डॉक्टर रंजन बताते हैं कि नवजात में अभी तक किसी में संक्रमण का मामला नहीं लिखा है यह राहत की बात है।
सुबह संक्रमित शाम में नेगेटिव रिपोर्ट
जामताड़ा की एक महिला एसएन एमएमसीएच में प्रसव के दौरान संक्रमित पाई गई थी। प्रसव के बाद नवजात और प्रसूता को आनन-फानन में एसएलएनएमसीएच से एसएसएलएनटी अस्पताल में रेफर किया गया। यहां पर शाम में जांच करने पर महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। देर शाम ही महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया, महिला को किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं था।
सेंटर से काफी संख्या में गर्भवती महिलाएं सताए स्वस्थ होकर लौट रही है। दूसरी लहर में भी महिला और नवजात पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा है। हालांकि एहतियात बेहद जरूरी है बेवजह लोग घरों से ना निकले महामारी के इस वक्त शासन और प्रशासन का लोग सहयोग करें।
-डॉ जितेश रंजन, अधीक्षक, एसएसएलएनटी अस्पताल।