सिफर को मिले नए युवा विज्ञानी, बांदा के विक्रम का चयन
धनबाद/बांदा केंद्रीय खनन एवं ईधन अनुसंधान संस्थान (सीआइएमएफआर) को नए युवा विज्ञानी मिले हैं। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बीहड़ क्षेत्र के गांव मर्का निवासी डा. विक्रम सिंह का सिफर में चयन हुआ है।
धनबाद/बांदा : केंद्रीय खनन एवं ईधन अनुसंधान संस्थान (सीआइएमएफआर) को नए युवा विज्ञानी मिले हैं। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बीहड़ क्षेत्र के गांव मर्का निवासी डा. विक्रम सिंह का सिफर में चयन हुआ है। सामान्य वर्ग के लिए पूरे देश में एक ही सीट पर कब्जा जमाकर उन्होंने अपनी मेहनत व कामयाबी का झंडा लहरा दिया है। उनके पिता पुलिस विभाग में कांस्टेबल थे।
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के अंतर्गत धनबाद स्थित सिफर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित खनन और ईधन अनुसंधान संस्थान है। यहां औद्योगिक उन्नति के लिए स्थायी अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित किया जाता है। वर्ष 2019 में यहां वैज्ञानिकों की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए थे। इसमें रसायन विज्ञान के छात्रों के लिए पूरे देश में कुल दो पद, एक सामान्य वर्ग और दूसरा अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए थे। इसमें सामान्य वर्ग के कोटे की इकलौती सीट पर बांदा के स्व. शिव सिंह के पुत्र डा. विक्रम सिंह ने सफलता हासिल की। डा. विक्रम ने बताया कि प्रारंभिक व जूनियर की शिक्षा गांव के ही प्राथमिक व जूनियर स्कूल से हुई। इसके बाद हाईस्कूल व इंटरमीडिएट जमुना क्रिश्चियन इंटरमीडिएट कालेज, प्रयागराज से किया। बीएससी की पढ़ाई वहीं के ईसीसी से की। इसके बाद एमएससी की पढ़ाई क्रिश्चियन डिग्री कालेज लखनऊ से पूरा करने के बाद आइआइटी मद्रास से केमिस्ट्री में पीएचडी किया। आइआइटी कानपुर में बतौर मानदेय शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिली थी। डा. विक्रम ने अपनी सफलता का श्रेय स्व. पिता का आशीर्वाद और शिक्षकों के मार्गदर्शन को बताया है।