बाघमारा देख चुका है ट्रेलर, अब धनबाद के नए SSP संजीव कुमार और भाजपा विधायक ढुलू के बीच होगी टक्कर !
Dhanbad SSP Sanjeev Kumar vs BJP MLA Dhulu Mahto संजीव कुमार वर्ष 2013 में जिले के बाघमारा क्षेत्र में बताैर एसडीपीओ रह चुके हैं और उनके कार्यकाल के दौरान ही विधायक ढुलू महतो पर वारंटी को पुलिस की गिरफ्त में छुडा ले जाने का मामला सामने आया था।
जागरण संवाददाता, धनबाद। संजीव कुमार को धनबाद का नया वरीय पुलिस अधीक्षक बनाए जाने के बाद राजनीतिक हलकों और कोल सिंडिटेक में अटकलों का बाजार अचानक गर्म हो गया है। संजीव कुमार और बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो के बीच भविष्य के रिश्तों को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। क्यों दोनों फिर टकराएंगे? 8 साल पहले संजीव कुमार बाघमारा के एसडीपीओ थे। तब विधायक ढुलू महतो के टकराव हुआ था। इसके बाद संजीव कुमार को हटा दिया गया था। तब चर्चा थी कि ढुलू के दबाव में झारखंड सरकार ने स्थानांतरण किया है। अब एक बार संजीव कुमार धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक बनकर आ गए हैं। ऐसे में दोनों के बीच के रिश्ते को लेकर चर्चा होना लाजिमी है।
ढुलू को कसा था कानूनी शिकंजे में
धनबाद के नए वरीय पुलिस अधीक्षक के रूप में संजीव कुमार का पद स्थापना हुई है। संजीव कुमार वर्ष 2013 में जिले के बाघमारा क्षेत्र में बातौर एसडीपीओ रह चुके हैं और उनके कार्यकाल के दौरान ही विधायक ढुलू महतो पर वारंटी को पुलिस की गिरफ्त में छुडा ले जाने का मामला सामने आया था। यह मामला अब भी कोर्ट में चल रहा है। सीधे तौर पर कहा जाए तो विधायक ढुलू को संजीव कुमार से ही बाघमारा में चुनौती मिली थी। ऐसे में एक बार फिर दोनों आमने सामने हैं।
यह है घटना
मई 2013 में विधायक ढुलू महतो के समर्थक राजेश गुप्ता समेत अन्य चार लोगों के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया था। यह वारंट कोयला ढुलाई को लेकर रंगदारी मांगे जाने के एक मामले में जारी किया गया था। इसी मामलें में वारंट का तामिला करने के लिए कतरास और बरोरा थाना पुलिस की सयुक्त टीम बनायी गई थी। टीम ने राजेश गुप्ता के नीचितपुर स्थित आवास पर दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया। राजेश को पुलिस टीम की ओर से गिरफ्तार करने की सूचना पर विधायक ढुलू महतो अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और जबरन राजेश को पुलिस गिरफ्त से छुड़ा लिया। इध दौरान ढुलू और उनके समर्थकों ने पुलिस के साथ मारपीट भी की। जवान की वर्दी तक फाड़ डाली गई थी। एक पुलिस जवान रामबच्चन घायल हो गए थे। तत्कालीन थानेदार आरएन चैधरी कि शिकायत पर पुलिस ने विधायक ढुल्लू, राजेश गुप्ता, चुनचुन गुप्ता, रामेश्वर महतो, गंगा गुप्ता, बसंत शर्मा समेत अन्य के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, अभिरक्षा से वारंटी को जबरन मुक्त कराने, हमला करने, आग्नेयास्त्र छिनने की कोशिश की प्राथमिकी कतरास थाना में दर्ज की थी। इध घटना के सामने आने के बाद तत्कालीन एसडीपीओ बाघमारा रहे संजीव कुमार और विधायक के बीच तानातानी शुरू हो गई।
विधायक की बढ़ सकती मुश्किलें
आठ सालों के बाद अब फिर से संजीव कुमार धनबाद के एसएसपी बन कर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके यहां योगदान देने के बाद से विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो संजीव कुमार के बतौर एसएसपी यहां आने से पहले ही उनकी टीम के तेज तर्रार अधिकारियों की पोस्टिंग धनबाद में हो चुकी है। डीएसपी स्तर के कई अधिकारी उनकी टीम के धनबाद में पदस्थापित हो चुके हैं।