गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को धनबाद जेल से रिमांड पर ले गई NIA, खुलेगा सीसीएल कोलियरी में फायरिंग और आगजनी का राज

CCL Colliery Arson Firing Case धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा व रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद अपराधी अमन साव को पांच दिनों के रिमांड पर लिया है। इनसे एनआइए 16 जून तक पूछताछ करेगी।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:56 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:29 PM (IST)
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को धनबाद जेल से रिमांड पर ले गई NIA, खुलेगा सीसीएल कोलियरी में फायरिंग और आगजनी का राज
झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ( फाइल फोटो)।

धनबाद/ रांची, जेएनएन। CCL Colliery Arson & Firing Case राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के बहुचर्चित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी व फायरिंग मामले में धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा व रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद अपराधी अमन साव को पांच दिनों के रिमांड पर लिया है। इनसे एनआइए 16 जून तक पूछताछ करेगी। इनसे घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली जा रही है। पूरा मामला 18 दिसंबर 2020 को लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रकों व एक बाइक को जलाने से संबंधित है। तब अपराधियों ने गोलीबारी भी की थी, जिसमें एक व्यक्ति जख्मी हो गया था। अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के अपराधी प्रदीप गंझू ने एक बयान जारी कर पूरी घटना की जिम्मेदारी ली थी।

केस को एनआइए ने किया टेकओवर

सुजीत सिन्हा गैंग द्वारा कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में फायरिंग और आगजनी की घटना की जिम्मेदारी लेने के बाद इस मामले ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इसके बाद केस को टेकओवर करते हुए एनआइए की रांची शाखा ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इस पूरे प्रकरण में एनआइए गैंगस्टर सुजीत सिन्हा, प्रदीप गंझू, अमन साव, सकेंद्र गंझू, बिहारी गंझू, प्रमोद गंझू, संतोष गंझू आदि की भूमिका की जांच कर रही है। इस मामले में एनआइए अब तक गिरोह के 15 अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है। सुजीत सिन्हा को हाल ही में जमशेदपुर के घाघीडीह जेल से धनबाद लाया गया था।

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पूछताछ में खुल सकता घटना के पीछे का राज

एनआइए घटना की तह तक जाना चाहती है। घटना के पीछे काैन-काैन से लोग शामिल थे? इस तरह की घटना नक्सली करते रहे हैं। उद्देश्य लेबी वसूलना होता है। सुजीत सिन्हा गैंग द्वारा जिम्मेदारी लेने के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। घटना के पीछे सचमुच में इस गैंग का हाथ है या अपनी धमक बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी ले ली। एनआइए ने सुजीत और अमन को पांच दिनों के लिए रिमांड पर लिया है। पूछताछ के दाैरान एनआइए घटना के पीछे का राज जानने की कोशिश करेगी। 

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