नगर निगम के ठेकेदारों की पहुंच सीधे नगर आयुक्त तक होगी; डॉयरेक्ट रख सकेंगे परेशानी
नगर निगम के ठेकेदार अब अपनी परेशानी सीधे नगर आयुक्त तक पहुंचाएंगे। मान प्रतिष्ठा के साथ काम की गुणवत्ता भी बनी रहे इसके लिए ठेकेदारों ने विशेष पहल की है। ठेकेदार अब किसी भी तरह के ठेके यानी काम में एकरूपता लाने के लिए एकसाथ काम करेंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद: नगर निगम के ठेकेदार अब अपनी परेशानी सीधे नगर आयुक्त तक पहुंचाएंगे। मान प्रतिष्ठा के साथ काम की गुणवत्ता भी बनी रहे, इसके लिए ठेकेदारों ने विशेष पहल की है। ठेकेदार अब किसी भी तरह के ठेके यानी काम में एकरूपता लाने के लिए एकसाथ काम करेंगे। नगर निगम के आगामी सभी निविदा में सभी ठेकेदार अनुसूचित दर पर ही टेंडर डालेंगे। इसका उद्देश्य यही है कि कार्य की गुणवत्ता एवं ठेकेदारों की मान प्रतिष्ठा बनी रहे। इसको लेकर धनबाद नगर निगम संवेदक संघ की बैठक नगर निगम परिसर में हुई। इसमें सर्वसम्मति से कई मुद्दों पर निर्णय लिया गया। बैठक में कमेटी का भी गठन किया गया। यह कमेटी ठेकेदारों को होने वाली परेशानियों के निवारण के लिए सक्षम पदाधिकारी के पास पहुंचाने का काम करेगी। कमेटी में दिवाकर सिंह, राजेश कुमार सिंह, पुरुषोत्तम झा, सुजीत सिंह, नवनीत नीरज, रमेश रवानी, मुकेश सिंह, अरुण कुमार, मनीष अग्रवाल, रतन प्रसाद का चयन किया गया। कमेटी के सदस्य नगर आयुक्त से भी मिले और अपनी भावी योजनाओं से अवगत कराया। नगर आयुक्त ने सभी ठेकेदारों को सकारात्मक आश्वासन दिया।
ठेकेदारों को नहीं मिल रहा काम
पिछले दो-तीन महीनों से नगर निगम का काम लगभग ठप पड़ा हुआ है। टेंडर भी कई योजनाओं का निकला, लेकिन अभी तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। इसकी वजह से ठेकेदार बेरोजगार हैं। इन्हें काम नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में कई दफा नगर निगम से मिलकर अपनी बात भी रखने की कोशिश की। हालांकि हर बार आश्वासन ही मिला है। दबी जुबान से ठेकेदार कहते हैं कि साफ-सफाई, लाइट के अलावा नगर निगम में और कोई काम नहीं हो रहा है। विकास की कई योजनाएं लगभग ठप हैं।