Mustard Oil Price: काबू में आया सरसों तेल, खुदरा में इतने रुपये हो गए कम

Mustard Oil Price पेट्रोल और डीजल के दामों में आई कमी का असर अब अन्य खाद्य वस्तुओं पर भी दिख रहा है। धनबाद के तेल-तिलहन बाजारों में सरसों तेल के साथ लगभग हर प्रकार के खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 02:17 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:10 PM (IST)
Mustard Oil Price: काबू में आया सरसों तेल, खुदरा में इतने रुपये हो गए कम
सरसों तेज के भाव में गिरावट ( प्रतीकात्मक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। देशभर में इन दिनों पेट्रोल (petrol), डीजल( diesel) और खाने-पीने (Mustard Oil & Refined oil) के तेल के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है। हांलाकि कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार की तरफ से लगातार कोशिश जारी है। इसका असर देखने को मिल रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क और वैट (Excise Duty and VAT) में कमी कर राहत दी है। इससे 100 रुपये के ऊपर चले गए पेट्रोल-डीजल नीचे आ गए हैं। इस बीच आम उपभोक्ताओं के लिए भी खुशी की खबर है। सरसों के तेल के भाव भी कुछ नरम हुए हैं। इससे खरीदारी करने वालों को थोड़ी राहत जरूर मिली है। घरों में रसोई के बजट को फायदा हुआ है। सरसों तेल की कीमतों में करीब 20 से 25 रुपये तक की कमी आई है। हालांकि धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, जामताड़ा और झारखंड के अन्य जिलों में दुकानदारों के पास दाम कम होने से पहले के प्रिंट रेट का कोटा उपलब्ध है। ऐसे में कई दुकानदार फायदा उठाने के चक्कर में उसी दाम पर बेचकर लोगों को चूना लगाने में लगे हैं।

बिगड़ गया था रसोई का बजट

सरसों तेल के दाम पिछले दिनों एकाएक बढ़ गए। इससे गृहणियों का बजट बिगड़ गया था। रसाई चलाने की चिंता भी बढ़ने लगी थी। कई ग्राहकों ने बाजारों से तेल को लेना ही बंद कर दिया था। अब सरकार के प्रयासों से सरसों तेल की कीमत में 20 से 25 रुपये की कमी हुई है। बाजारों में मौजूदा समय में प्रति लीटर सरसों तेल की कीमत 175 रुपये से लेकर 200 रुपये तक है। इसमें पी-मार्का, म्यूर, पतंजलि, इंजन व अन्य शामिल हैं। पहले 200 से 225 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। रिफाइंड तेल के दामों में भी इजाफा हुआ था, जो अब घटकर 150 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है।

पेट्रोल-डीजल के भाव में कमी का असर

पेट्रोल और डीजल के दामों में आई कमी का असर अब अन्य खाद्य वस्तुओं पर भी दिखने लगा है। धनबाद के तेल-तिलहन बाजारों में सरसों तेल के साथ लगभग हर प्रकार के खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। ज्यादातर खाने में सरसों का तेल प्रयोग किया जाता हैइसके दाम में आई कमी से आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। पिछले 6-7 महीनों से लगातार खाद्य तेलो की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी। जो सरसों का तेल कुछ दिनों पहले 190 से 220 रुपये लीटर बिक रहा था, उसकी कीमतों में बदलाव हुआ है। इस समय खुदरा बाजारों में एक लीटर सरसों तेल की कीमत 175 से लेकर 180 रुपये के करीब बिक रहा है।

अभी और गिर सकते भाव

कृषि बाजार समिति धनबाद ( बरवाअड्डा) के व्यापारियों का कहना है कि आने वाले समय में सरसों तेल के दामों में और गिरावट देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, देश में अभी सरसों का 10-12 लाख टन का स्टॉक मौजूद है। वहीं, इस बार तिलहन का पैदावार काफी अच्छा हुआ है। ऐसे में आने वाले दिनों में सरसों तेल के कीमत में और कमी की उम्मीद की जा सकती है।

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