Mustard Oil Price: सरसों तेल में भड़की आग, खुदरा मूल्य में 10 दिन में 40 रुपये की वृद्धि
Mustard Oil Price देश में इस साल 170 गुना अधिक सरसों का उत्पादन हुआ है। उम्मीद की जा रही थी कि सरसों तेल सस्ता होगा। इसके कुछ संकेत भी मिल रहे थे। लेकिन अब अचानक सरसों तेल की कीमतों में वृद्धि हो गई है। यह समझ से परे है।
धनबाद, जेएनएन। Mustard Oil Price देश में इस बार सरसों का उत्पादन 170 गुना अधिक हुआ है। सरसों का उत्पादन अधिक होने के बाद इसके तेल का भाव कम होने की उम्मीद की जा रही थी। ऐसी खबरें भी आ रही थी कि सरसों के तेल के भाव में नरमी देखने को मिलेगी। 15 दिन पहले तक धनबाद और झारखंड के बाजार में सरसों तेल के भाव 10 से 15 रुपये तक कम भी हुए। लेकिन अब सरसों के तेल में आग भड़क चुकी है। पिछले 10 दिनों में 40 रुपये तक की प्रति लीटर सरसों के तेल पर वृद्धि हो गई है। कुछ इलाकों में खुदरा में सरसों तेल तो 200 रुपये किलो तक बेचे जा रहे हैं। इससे घर का बजट बिगड़ गया है। झारखंड में कोरोना और आंशिक लॉकडाउन से परेशान लोगों को सरसों के तेल के भाव में वृद्धि ने और बेचैन कर दिया है।
22 अप्रैल को झारखंड में लॉकडाउन के बाद देखी जा रही तेजी
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड में 22 अप्रैल से आंशिक लॉकडाउन जारी है। प्रशासन का सारा ध्यान कोरोना संक्रमण रोकने पर है। इसका बेजा फायदा व्यापारी उठा रहे हैं। सरसों तेल को लेकर पूरे झारखंड में हाय-तौबा मचा हुआ है। झारखंड जैसे राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में सरसों तेल यहां के लोगों का तेल निकाल रही है। जिले के खुदरा दुकानों पर इसे 200 रुपये प्रति लीटर तक बेचा जा रहा है, जबकि अधिकतम खुदरा मूल्य 170 रुपये लीटर के आसपास है। कुछ प्रीमियम ब्रांड के सरसों तेल 190 रुपये प्रति लीटर की दर पर बिक रहे हैं। खुदरा में दुकानदारों पर प्रशासन का न तो कोई भय दिख रहा है और न ही कोई नियंत्रण है।
गली-मोहल्ले में मनमाना भाव
धनबाद शहर की बात करें तो राशन की दुकानों में सरसों तेल 170 रुपये तक है। जबकि गली-कूचों की दुकानों में मनमाना रेट वसूल किया जा रहा है। यही हाल जिले के अन्य इलाकों का भी है। बात झरिया के बाजार की करें तो यहां 190 रुपये प्रति लीटर की दर पर सरसों तेल की बिक्री हो रही है। इसी प्रकार से गोविंदपुर, महुदा, कतरास का भी हाल है। कृषि बाजार में सरसों तेल के थोक विक्रेता बिनोद गुप्ता ने बताया कि 15 दिन पहले इसकी कीमतों में कमी आने के संकेत मिले थे, लेकिन मंडियों में सरसों का भाव अचानक बढ़ने से यह तेजी दिख रही है। बिनोद गुप्ता कृषि बाजार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी खुदरा दुकानों में सरसों तेल का भाव थोक मूल्य से पांच फीसद अधिक है, लेकिन गली कूचों की दुकानों में इसको लेकर कोई नियंत्रण नहीं है। सरसों तेल के पैकेट पर प्रिंट रेट 200 रुपये तक लिखा होता है। जबकि उसे बेचने के लिए एक भाव निर्धारित है। छोटे दुकानदार ग्राहकों को प्रिंट रेट पर ही सरसों तेल बेच रहे हैं। धनबाद में सरसों तेल का भाव सलोनी - 164 से 170 रुपये प्रति लीटर हाथी - 164 से 170 रुपये प्रति लीटर पोस्टमैन - 170 रुपये प्रति लीटर माखन - 170 रुपये प्रति लीटर पतंजली - 170 रुपये प्रति लीटर दुर्गा प्रीमियम - 170 से 175 रुपये ईंजन प्रीमियम - 190 लीटर