Dhanbad Crime News: अंतर जातीय विवाह करने पर शेख बिरादरी एक मुस्लिम परिवार को कर रहा प्रताड़ित, उपायुक्त से लगाई न्याय की गुहार

ऊपर कुल्ही मोहल्ले में रहने वाले एक मुस्लिम युवक की ओर से तीन वर्ष पूर्व अंतरजातीय विवाह किए जाने पर समाज के लोग उन्हें तीन साल से प्रताड़ित कर रहे हैं। प्रताड़ित किए जाने के बाद से परेशान मुस्लिम परिवार ने डीसी से न्याय की गुहार लगाई है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 11:32 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 11:32 AM (IST)
Dhanbad Crime News: अंतर जातीय विवाह करने पर शेख बिरादरी एक मुस्लिम परिवार को कर रहा प्रताड़ित, उपायुक्त से लगाई न्याय की गुहार
समाज के लोग उन्हें तीन साल से प्रताड़ित कर रहे हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जासं, झरिया : ऊपर कुल्ही मोहल्ले में रहने वाले एक मुस्लिम युवक की ओर से तीन वर्ष पूर्व अंतरजातीय विवाह किए जाने पर समाज के लोग उन्हें तीन साल से प्रताड़ित कर रहे हैं। समाज की ओर से लगातार प्रताड़ित किए जाने के बाद से परेशान मुस्लिम परिवार की मुखिया जमीला ने गुरुवार को धनबाद के डीसी से न्याय की गुहार लगाई है। मो शाहिद नामक युवक के परिवार का स्थानीय समाज के लोगों ने अभी भी बहिष्कार कर रखे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि युवक की ओर से अंतर जातीय विवाह किए जाने के बाद स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों ने उस पर 50 हजार का जुर्माना लगा दिया था।

कर्ज लेकर जुर्माना भरने के बाद भी समाज के लोगों की प्रताड़ना परिवार पर जारी है। इसके बाद जमीला ने गुरुवार को उपायुक्त को पत्र देकर इस्लाहिया बिरादरी की ओर से किए गए के सामाजिक बहिष्कार से मुक्ति दिलाने की मांग की है। उपायुक्त को लिखे पत्र में जलीला ने कहा है कि उसके दोनों बेटे बाहर रहते हैं। वह अपनी बहू परवीन के साथ ऊपर कुल्ही में रहती है। बिरादरी के लोग दबंगता पूर्वक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे आवास का निर्माण भी रोक दिया है। विरोध करने पर मारपीट व गाली-ग्लौज करते हैं।

अक्टूबर महीने में कोर्ट में सीपी केस भी दर्ज कराया है। जलीला ने मुस्लिम पंचायत कमेटी के आलम, इरफान, फहीम, वसीम, सफी आदि लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाई है। जमीला का कहना है कि पुत्र शाहिद ने तीन साल पहले जमशेदपुर निवासी रेशमा के साथ मुस्लिम रीति से शादी की थी। इसका विरोध इस्लाहिया कमेटी शेख बिरादरी के लोग कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोग तीन साल से मेरे परिवार के लोगों से बात नहीं कर रहे हैं। मेरे घर आना-जाना भी समाज के लोग बंद कर दिए हैं।

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