झरिया विधायक से मिला मल्टी परपस वर्कर का संगठन; मांगों से कराया अवगत, म‍िला आश्वासन

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कार्यरत मल्टी परपस वर्कर (एमपीडब्ल्यू) ने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह से मुलाकात की। साथ ही अपनी मांगों को रखा। संगठन के सुजीत कुमार ने बताया कि लंबे से मल्टी परपस वर्कर स्वास्थ्य विभाग में सेवा दे रहे हैं

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 03:14 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 03:14 PM (IST)
झरिया विधायक से मिला मल्टी परपस वर्कर का संगठन; मांगों से कराया अवगत, म‍िला आश्वासन
मल्टी परपस वर्कर (एमपीडब्ल्यू) ने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह से मुलाकात की। (जागरण)

जागरण संवाददाता, धनबाद: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कार्यरत मल्टी परपस वर्कर (एमपीडब्ल्यू) ने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह से मुलाकात की। साथ ही अपनी मांगों को रखा। संगठन के सुजीत कुमार ने बताया कि लंबे से मल्टी परपस वर्कर स्वास्थ्य विभाग में सेवा दे रहे हैं, लेकिन तमाम आश्वासन के बावजूद अभी तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गई। उन्होंने बताया कि स्थायीकरण करने और मानदेय में वृद्धि को लेकर कई बार आंदोलन किए गए। हर बार सरकार आश्वासन देती रही। विधायक ने भी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

डेढ़ महीने से एमपीडब्ल्यू कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

जिले में कार्यरत मल्टी परपस वर्कर पिछले डेढ़ महीने से सरकार के वादाखिलाफी के विरोध में हैं। हालांकि कोरोनावायरस के संक्रमण काल को देखते हुए सभी मल्टी परपस वर्कर अपनी सेवा दे रहे हैं। इसके साथ ही सरकार का लगातार विरोध भी कर रहे हैं। सुजीत ने बताया कि कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा काम मल्टी परपस वर्कर को दिया गया है। कोरोना के अलावा दूसरी स्वास्थ्य सेवाओं को धरातल पर लाने की जिम्मेवारी भी मल्टी परपस वर्कर को है, लेकिन जब हक की बात आती है तो सरकार कुछ नहीं करती। हालांकि अब सरकार में भी इसको लेकर हलचल तेज हुई है।

मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे कर्मचारी

मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी कर्मचारी नेता मिलेंगे। इसके बाद मांगों से संबंधित एक मांग पत्र उन्हें सौंपा जाएगा। इससे पहले कर्मचारी विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से भी मांग कर चुके हैं। सुजीत ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे मल्टी परपस वर्कर बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच कर रहे हैं। हर दिन लगभग 3000 से अधिक यात्रियों की जांच की जाती है।

chat bot
आपका साथी