मानसून ने बनाया रिकार्ड, ढाई दशक बाद एक दिन में 226 एमएम बारिश
जागरण संवाददाता धनबाद जुलाई में धनबाद समेत राज्य के ज्यादातर हिस्से में बारिश कम हुई। पिछले सप्ताह बारिश का रिकार्ड बेहद कम रहा और सामान्य व वास्तविक बारिश के आंकड़े में सिर्फ एक फीसद का ही फासला रहा। पर गुरुवार की रात शुरू हुई बारिश ने ढाई दशक का रिकार्ड तोड़ दिया। पिछले 25-26 सालों में दूसरी बार एक दिन में 226 मिलीमीटर बारिश का रिकार्ड बना। इससे पहले 26 व 27 सितंबर 1995 को धनबाद में एक दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकार्ड बना था।
जागरण संवाददाता, धनबाद : जुलाई में धनबाद समेत राज्य के ज्यादातर हिस्से में बारिश कम हुई। पिछले सप्ताह बारिश का रिकार्ड बेहद कम रहा और सामान्य व वास्तविक बारिश के आंकड़े में सिर्फ एक फीसद का ही फासला रहा। पर गुरुवार की रात शुरू हुई बारिश ने ढाई दशक का रिकार्ड तोड़ दिया। पिछले 25-26 सालों में दूसरी बार एक दिन में 226 मिलीमीटर बारिश का रिकार्ड बना। इससे पहले 26 व 27 सितंबर 1995 को धनबाद में एक दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकार्ड बना था। 26 सितंबर की रात से शुरू होकर 27 सितंबर तक 330 एमएम बारिश हुई थी। उसी दिन गजलीटांड़ खान हादसा भी हुआ था, जिसमें कई खनिकों ने जल समाधि ले ली थी। गजलीटांड़ खान दुर्घटना को देश की बड़ी खान दुर्घटनाओं में गिना जाता है। धनबाद में एक दिन में रिकार्ड बारिश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मई और जून में पूरे महीने इतनी बारिश नहीं हुई जितनी गुरुवार रात 10 बजे से शुक्रवार शाम छह बजे तक हुई। मई महीने में 165.9 एमएम बारिश हुई थी जो 2013 से अब तक का सर्वाधिक बारिश का रिकार्ड था। जुलाई में सिर्फ एक दिन में पूरे महीने से ज्यादा बारिश हुई। ---- आज दोपहर बाद लगातार होनेवाली बारिश से छुटकारा
धनबाद में हो रही बारिश का कारण बंगाल की खाड़ी में आया लो प्रेशर है, जो छोटे चक्रवात का रूप में है। मानसून के अध्ययनकर्ता डा. एसपी यादव के अनुसार, गुरुवार की रात से ही चक्रवात का प्रभाव धनबाद में दिखने लगा था। बंगाल की खाड़ी से बंगाल होकर चक्रवात का केंद्र धनबाद पहुंचा। 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवात पूरे दिन धनबाद में रहने के बाद हजारीबाग की ओर बढ़ गया। शनिवार को भी चक्रवात के दायरे में धनबाद रहेगा जिससे दोपहर तक बारिश होती रहेगी। दोपहर बाद इसमें आंशिक बदलाव का अनुमान है। हालांकि इसके बाद भी दो अगस्त तक थम-थम कर बारिश जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के बाद उत्तर प्रदेश में भी लो प्रेशर सक्रिय हो रहा है। वहां के लो प्रेशर का प्रभाव भी झारखंड पर दिखने की संभावना है।