Bokaro News: तकनीक के सहारे कंटेनमेंट जोन पर रखी जा रही नजर
नई तकनीक का प्रयोग किया गया यह प्रयोग झारखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के सहयोग से किया जा रहा है । इस तकनीक का खास बात यह है कि कोरोना के रैंडम जांच उन स्थानों पर ज्यादा किए जा रहे है । जहां कि मरीज अधिक मिल रहे हैं।
बोकारो, जेएनएन। बोकारो में कोरोना के बढ़ते मरीजों की देखरेख के लिए नई तकनीक का प्रयोग किया गया यह प्रयोग झारखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के सहयोग से किया जा रहा है । इस तकनीक का खास बात यह है कि कोरोना के रैंडम जांच उन स्थानों पर ज्यादा किए जा रहे है । जहां कि मरीज अधिक मिल रहे हैं। उदाहरण के स्वरूप पर यदि किसी एक मोहल्ले में एक मरीज मिलता है तो , उसके घर के लोकेशन को गूगल मैप के जरिए टैग कर दिया जाता है। इसके बाद यदि इसी इलाके में नए मरीज मिल रहे हैं । तब इन इलाकों में रेंडम सैंपल सर्वे कराया जा रहा है । ताकि मरीजों का पता लगाया जा सके । एक से अधिक मरीज वाले घर व भवन की घेराबंदी भी की जा रही है।
क्यूसीआइ ने लिया फीड बैक
क्यूसीआई (क्वालिटी कांउसिल ऑफ इंडिया) की टीम ने चास नगर निगम के विभिन्न वार्डो में स्वच्छता का पब्लिक फीड बैक लिया। साथ ही चास के विभिन्न जल क्षेत्रों की साफ- सफाई का निरीक्षण कर आकलन किया। टीम ने शहर में सफाई व्यवस्था को देखा। एक सौ लोगों से फीट बैक भी लिया। टीम ने शहर के दर्जनभर जगहों पर सफाई का जायजा लिया और घरों में बने शौचालयों का हाल भी देखा। जल क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था व सुंदरीकरण को देखा। क्यूसीआई टीम ने प्रभात कॉलोनी, रामनगर कॉलोनी, स्वर्णकार मोहल्ला, चीरा चास, गुजरात कॉलोनी, भगवती कॉलोनी, सरदार मोहल्ला, भवानीपुर साइड, स्वामी विवेकानंद पथ सहित कई जगहों का सर्वे किया। इन जगहों के हालात को कैमरे में अपलोड भी किया। टीम के सदस्य सफाई के अलावा अन्य सुविधाओं को भी गहराई से देख रही है। सर्वे करने आई टीम सफाई के अलावा रोड, नाली, घरों में कचार डालने के लिए दिए गए हरा व नीला बाल्टी, डोर-टू डोर कचरा कलेक्शन की स्थिति,स्वच्छ भारत मिशन के तहत घरों में बने शौचालयों की जानकारी ले रहे हैं। इसके अलावा पब्लिक से मौके पर ही फीड बैक भी ले रहे हैं। टीम ने लोगों से हुए बातचीत व सफाई व्यवस्था और शौचालयों की सुविधाओं का मौके पर ही विडियों व फोटो बना कर अपलोड