मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत 187 लाभुकों के खाते में जा रहे पैसे
नौकरी के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने वाले बेरोजगार युवकों के लिए स्वरोजगार करने का सुनहरा अवसर पशुपालन विभाग ने शुरू किया है। मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत बेरोजगार पशुधन के माध्यम से अपना रोजगार शुरू कर सकते हैं। जिला पशुपालन विभाग धनबाद में ऐसे 187 लाभुकों का चयन किया है।
मोहन गोप, धनबाद : नौकरी के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने वाले बेरोजगार युवकों के लिए स्वरोजगार करने का सुनहरा अवसर पशुपालन विभाग ने शुरू किया है। मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत बेरोजगार पशुधन के माध्यम से अपना रोजगार शुरू कर सकते हैं। जिला पशुपालन विभाग धनबाद में ऐसे 187 लाभुकों का चयन किया है। योजना के तहत लाभुकों को 50 फीसदी अनुदान पर गाय, बकरा, सूअर, बत्तख आदि पालने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत लगभग दो दर्जन लाभुकों के खाते में अनुदान की राशि भी भेजी जा रही है। बेरोजगारों को रोजगार व किसानों की आय दोगुनी करने की कवायद
जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. प्रवीण कुमार बताते हैं कि योजना का उद्देश्य बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार से जोड़ना है। जबकि किसानों की आय दोगुनी करने की कोशिश है। अभी तक जिले में 187 लाभुकों का चयन किया गया है। बेरोजगारों के लिए सरकार पशुपालन पर विशेष ध्यान दे रही है। सरकार का मानना है अगर पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा तो कृषि क्षेत्र में भी विकास होगा। साथ ही इससे किसानों की आय बढ़ेगी। अनुदान राशि का बनाना होगा ड्राफ्ट
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि लाभुक को 50 फीसद लागत खुद वहन करना होगा तो 50 फीसद अनुदान सरकार देगी। बकरी पालन में चार बकरी और एक बकरा दिया जाता है। इसके लिए 12400 रुपए लाभुक और 12400 रुपए सरकार देती है। इन दोनों पैसे का ड्राफ्ट बनाकर रांची मुख्यालय भेजना होता है। इसके बाद रांची से ही बकरी लाभुक के घर तक पहुंचाया जाता है। 50 से अधिक लाभुकों को अब तक इससे जोड़ा गया है। इन योजनाओं का लिया जा सकता है लाभ
-पशुपालन क्षेत्र में बकरा विकास योजना
-शुकर विकास योजना
-कुकुट योजना
-बत्तख वितरण योजना
-गव्य विकास क्षेत्र में दो दुधारू गाय का वितरण कोट
मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत कई प्रकार के पशु अनुदान पर दिए जा रहे हैं। बेरोजगारों के लिए भी यह एक अच्छा अवसर है। इसका लाभ लिया जा सकता है।
डा. प्रवीण कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी, धनबाद