नासा भ्रमण के झांसे में स्कूल में बना हेलीपैड, हेलीकॉप्टर के इंतजार में खड़े रह गए बच्चे; जानिए पूरा माजरा

जब हेलीकॉप्टर से टीम नहीं आई तो संस्था को मेल किया गया। वहां से जवाब आया कि एक छात्रा की मां का फिंगरप्रिंट अस्पष्ट हैं। इसलिए यह कार्यक्रम अब रद कर दिया गया है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 01:08 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 05:49 PM (IST)
नासा भ्रमण के झांसे में स्कूल में बना हेलीपैड, हेलीकॉप्टर के इंतजार में खड़े रह गए बच्चे; जानिए पूरा माजरा
नासा भ्रमण के झांसे में स्कूल में बना हेलीपैड, हेलीकॉप्टर के इंतजार में खड़े रह गए बच्चे; जानिए पूरा माजरा

बोकारो, जेएनएन। गोमिया के लोयला इंग्लिश स्कूल के सात छात्रों को सिल्वर जोन फाउंडेशन संस्था ने शैक्षणिक भ्रमण के तहत नासा ले जाने का झांसा दिया। यूके, सिंगापुर, हांगकांग ले जाने की भी बात कही गई। स्कूल में शनिवार को बच्चों को दिल्ली ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजने का भी भरोसा दिया। अपने स्कूल के बच्चों के नासा भ्रमण की बात सुन प्राचार्य एस जोसेफ ने विद्यालय परिसर में हेलीपैड बनवा दिया। जब हेलीकॉप्टर नहीं आया, तब झांसा दिए जाने का अहसास हुआ। मामले की शिकायत पुलिस से भी की गई है। पुलिस इस मामले में चाइल्ड ट्रैफिकिंग और ठगी के बिंदु पर जांच कर रही है।             

स्कूल में आठवीं कक्षा के छात्र ने बताया कि अप्रैल में नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम के लिए मोबाइल फोन पर साइट सर्च कर रहा था। तभी सिल्वर जोन फाउंडेशन, नई दिल्ली की शैक्षणिक संस्था की साइट दिखी। उसमें लिखे निर्देश पर फॉर्म भरा। उसी माह ऑनलाइन परीक्षा दी। जून में फाउंडेशन की ओर से उत्तीर्ण होने की सूचना ई-मेल से दी गई। बताया गया कि उसे नासा भ्रमण के लिए चयनित किया गया है। साथ ही, वह अपने स्कूल के छह अन्य साथियों को भी साथ ले जा सकता है। ऐसे में उसने अपने छह साथियों के नाम भी दे दिए। सभी के पासपोर्ट एवं वीजा बनवाने के नाम पर जरूरी कागजात की स्कैन कॉपी मांगी गई। उसे कंप्यूटर शिक्षक नीलकंठ प्रसाद ने भेजा।

इसके बाद छात्रों को मेल से बताया गया कि सीबीएसई के चेयरमैन, रांची के उपायुक्त एवं फाउंडेशन के अधिकारी 14 दिसंबर को हेलीकॉप्टर से लोयला स्कूल आएंगे। जांच के बाद वापस लौट जाएंगे। पासपोर्ट एवं वीजा का नंबर भी भेजा गया। 15 दिसंबर को हेलीकॉप्टर से बच्चों को दिल्ली और फिर वहां से हवाई जहाज से अमेरिका स्थित नासा ले जाया जाएगा। बाद में यूके, हांगकांग व सिंगापुर का भी भ्रमण कराया जाएगा। इसके बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से हेलीपैड तैयार किया गया।

नहीं आई टीम, कहा- कार्यक्रम हो गया रद : शनिवार को जब हेलीकॉप्टर से टीम नहीं आई तो संस्था को मेल किया गया। वहां से जवाब आया कि एक छात्रा की मां का फिंगरप्रिंट अस्पष्ट हैं। इसलिए यह कार्यक्रम अब रद कर दिया गया है। प्राचार्य फादर एस जोसेफ ने बताया कि फाउंडेशन मेल से ही जानकारी दे रहा था। उसके झांसे में आकर हमने स्कूल परिसर में हेलीपैड बनवाया। सूचना पाकर गोमिया अंचलाधिकारी ओम प्रकाश और गोमिया थाना प्रभारी सृष्टिधर महतो आए। बच्चों से पूछताछ की तो पता लगा कि शुल्क के नाम पर कोई रकम बच्चों से नहीं ली गई है। 

ठगी के साथ चाइल्ड ट्रैफिकिंग का मामला हो सकता है। बच्चों से टूर के नाम पर रकम ले जाने की साजिश हो सकती थी। सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रहे हैं। 

- सृष्टिधर महतो, प्रभारी, गोमिया थाना, बोकारो

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