Cyber Crime Hub Jamtara: चोरी के मोबाइल साइबर अपराधियों के हथियार, इस कारण विद्यासागर स्टेशन पर होती झपटमारी

साइबर ठगों की कोशिश होती है कि वे कोई सुराग न छोड़ें। इसके लिए चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। जामताड़ा में हजारों की संख्या में साइबर ठग हैं। चोरी के मोबाइल की यहां मांग है। ऐसे में इलाके मोबाइल चोरी का धंधा चल पड़ा है।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:51 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:51 AM (IST)
Cyber Crime Hub Jamtara: चोरी के मोबाइल साइबर अपराधियों के हथियार, इस कारण विद्यासागर स्टेशन पर होती झपटमारी
जामताड़ा में मोबाइल चोरी का धंधा ( फाइल फोटो)।

प्रमोद चौधरी, जामताड़। जामताड़ा का करमाटांड़। देश भर की पुलिस यहां साइबर अपराधियों की खोज में आती रहती है। यहीं पर है विद्यासागर रेलवे स्टेशन। यहां से दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन निकलती है। रोज हजारों यात्री इसी मार्ग से राजधानी, जनशताब्दी समेत कई ट्रेनों से सफर करते हैं। इन दिनों अपराधियों के निशाने पर इन्हीं ट्रेनों के यात्री हैं।  ये घात लगाए रहते हैं। पलक झपकते ही मोबाइल झपट लेते हैं। इन मोबाइलों का उपयोग साइबर ठगी में हो रहा है। विद्यासागर स्टेशन के आसपास रेल लाइन के किनारे ये अपराधी बैठे रहते हैं। यहां ट्रेन धीमी हो तो कभी बोगी के गेट पर न रहें और न खिड़की के बगल में हाथ में मोबाइल रखें। ये अपराधी अचानक आप पर लाठी से प्रहार कर मोबाइल छीनते हैं। कई वारदातें हाल में हुई हैं।

मोबाइल छीनने वालों में साइबर ठग भी

पुलिस सूत्रों की माने तो मोबाइल छीनने वालों में साइबर ठग भी रहते हैं, अन्य अपराधी भी। अन्य अपराधियों ने मोबाइल छीना है तो वे इसे साइबर ठगों को बेचते हैं। साइबर ठगों की कोशिश होती है कि वे कोई सुराग न छोड़ें। चोरी के मोबाइल का ठगी में प्रयोग होने पर पुलिस अपराधी तक पहुंच ही नहीं पाती। अगस्त में ट्रेन के गेट पर खड़े आसनसोल के एक युवक को लाठी मारकर अपराधियों ने जख्मी किया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि नारायणपुर व करमाटांड़ थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के अपराधी ट्रैक किनारे लक्ष्मिनिया गली व मेघनाथ मुखिया गली के पास बैठते हैं। कई बार ऐसा भी हुआ कि यात्री का मोबाइल छिना पर प्राथमिकी भी दर्ज नहीं कराई गई। मधुपुर रेल थाना में दो माह में सात प्राथमिकी मोबाइल छीनने की दर्ज हुई। छिनतई के मोबाइल साइबर अपराधियों के हाथों बेचे जाते हैं। जामताड़ा आरपीएफ थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर शमीम खान की टीम ने हाल में मोबाइल छीननेवाले चार ऐसे अपराधियों को दबोचकर मधुपुर जीआरपी को सौंपा।

इसलिए ट्रेन होती धीमी

विद्यासागर के पास गोलाकार में रेल पटरी बिछी है। कोई भी ट्रेन तेज रफ्तार में गुजर नहीं सकती। ट्रेन की रफ्तार के धीमी होने का लाभ अपराधी उठा रहे हैैं। बैजनाथधाम-आसनसोल पैसेंजर, काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस, झाझा- आसनसोल ईएमयू पैसेंजर, देवघर- रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस, हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेस, टाटा-दानापुर एक्सप्रेस, धनबाद- पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस, उद्यान आभा तूफान एक्सप्रेस, दुमका-अंडाल पैसेंजर, झाझा-आसनसोल ईएमयू पैसेंजर, देवघर-आसनसोल पैसेंजर, हावड़ा-मोकामा एक्सप्रेस, दुमका-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस, पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, मौर्य एक्सप्रेस, बुधवार को पटना पुरी एक्सप्रेस का ठहराव विद्यासागर(करमाटांड़) स्टेशन पर ठहराव होता है।

केस स्टडी एक: इसी अगस्त में आसनसोल के राजेश पांडेय आसनसोल से देवघर पूजा करने आसनसोल-झाझा ईएमयू से देवघर जा रहे थे। गेट पर वे थे। उनके हाथ में लाठी मारने के चक्कर में सिर में चोट लगी। पांडेय ट्रेन से नीचे गिर गए। सिर में गंभीर जख्म उभरा। जान बच गई। इसकी प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करवाई।

केस स्टडी दो : जामताड़ा के महुलडंगाल निवासी सह यात्री अर्जुन साव मोकामा-हावाड़ा ट्रेन में सफर कर रहे थे तो विद्यासागर स्टेशन के पास उनका मोबाइल छीना गया। वे चिल्लाए तो जामताड़ा आरपीएफ ने सैयद अंसारी को दबोचा।

केस स्टडी तीन : मधुपुर न्यू कालोनी निवासी करण रजवार का मोबाइल छीनने में इसी जुलाई में आरपीएफ ने करमाटांड़ बस्ती निवासी गयासुद्दीन को पकड़कर रेल पुलिस को सौंपा। विद्यासागर स्टेशन के पास ट्रेन से उन्हेंं शिकार बनाया गया था।

दो महीने में करीब सात मोबाइल चोरी का मामला मधुपुऱ रेल थाना में दर्ज किया गया। पुलिस ने निगरानी बढ़ाई है पर यात्री बोगी के गेट व खिड़की के पास बैठकर मोबाइल का उपयोग न करें। सावधानी बरतें।

-हरे राम दुबे, रेलथाना प्रभारी मधुपुर ।

विद्यासागर स्टेशन से निकलने के बाद ट्रेनें धीमी होती है। इसकी का फायदा अपराधी उठाते हैं। नीचे से लाठी मारकर भी यात्री से मोबाइल छीनने का अपराध बढ़ रहा है। साइबर आरोपित भी इसमें शामिल रहते हैं।

-वकील मरांडी, मुखिया, करमाटांड़।

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