Jharia Water Crisis: गंभीर होते जल संकट को लेकर पूर्णिमा चिंतित, डीसी से मिल कर बोलीं-सुनिश्चित हो जलापूर्ति
Jharia Water Crisis झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह बुधवार को उपायुक्त संदीप सिंह से मिलने उनके आवास के कार्यालय पहुंची। इस दौरान झरिया विधानसभा की कई समस्याएं उपायुक्त के समक्ष रखकर निवारण करने की बात कही। पूर्णिमा नीरज सिंह ने झरिया में आए दिन पेयजल की समस्या का मुद्दा उठाया।
जागरण संवाददाता, धनबाद। झरिया विधानसभा क्षेत्र में जल संकट लगातार बढ़ रहा है। आम लोग पेयजल के लिए हलकान-परेशान रहते हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णिमा नीरज सिंह ने जल संकट को मुद्दा बनाया था। इस मुद्दे पर उन्हें जनता का साथ भी मिला। पूर्णिमा विधायक बनीं। जनता को बेहतरी की कुछ ज्यादा ही उम्मीद थी। लेकिन जल संकट में सुधार के बजाय और बढ़ रहा है। यह विधायक के लिए चिंता का विषय है। वह समस्या का समाधान करने के लिए प्रयास कर रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह से मुलाकात की। झरिया विधानसभा क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित करने की वकालत की।
झमाडा की जलापूर्ति व्यवस्था पर संज्ञान लेने की जरूरत
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह बुधवार को उपायुक्त संदीप सिंह से मिलने उनके आवास के कार्यालय पहुंची। इस दौरान झरिया विधानसभा की कई समस्याएं उपायुक्त के समक्ष रखकर निवारण करने की बात कही। पूर्णिमा नीरज सिंह ने झरिया में आए दिन पेयजल की समस्या का मुद्दा उठाया। यह भी कहा कि झमाडा सुचारू रूप से जलापूर्ति नहीं कर पा रहा है। इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है। संदीप कुमार के आवासीय कार्यालय में कई जनहित विषयों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर झरिया में डीएमएफटी से योजनाओं के क्रियान्वयन, झरिया में झमाडा द्वारा पेयजल उपलब्ध कराना, भूधसान प्रभावित क्षेत्र के लोगों का पुनर्वास, छठ महापर्व से पूर्व झरिया के सभी तालाबों की सफाई कराना, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, झरिया के भवन का जीर्णोधार/निर्माण हेतु आवंटन उपलब्ध कराना और बच्चियों को पेयजल सुविधा मुहैया कराना प्रमुख मुद्दा रहा। इसके साथ ही क्षेत्र में योजनाओं क्रियान्वयन के लिए बीसीसीएल एवं हर्ल से सीएसआर मद से राशि का आवंटन भी कराया जा सकता है।
छठ पर तालाबों की सफाई का भी उठाया मुद्दा
पूर्णिमा नीरज ने झरिया पुनर्वास के तहत प्रभावितों को पुनर्वास उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा इस पर बहुत वर्षों से चर्चा हो रही है, लेकिन कुछ ठोस हल नहीं निकल पा रहा है। छठ त्यौहार नजदीक है तालाबों की सफाई भी जल्द से जल्द होनी चाहिए। झरिया कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का भवन काफी जर्जर हो चुका है। इसका जीर्णोद्धार होना बेहद जरूरी है। यहां निवास करने वाली छात्राओं को समुचित रूप से पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। उपायुक्त ने सभी प्रमुख मुद्दों को ध्यान से सुना और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बात हुई।