इस तपती गर्मी में बेहद खास हैं पुदीने की हरी पत्तियां, कोरोना से लड़ाई में भी मानी जाती हैं कारगर
इसे पीने से तन और मन दोनों को ठंडक पहुंचती है। लोग पुदीने की चटनी के साथ शरबत में भी इसकी पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि गन्ने का रस और गोलगप्पे के पानी को भी स्वादिष्ट बनाने के लिए पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है।
जागरण संवाददाता, धनबादः जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शहर में सैनिटाइजर और मास्क की ही तरह पुदीना और गिलोय की भी मांग बढ़ गई है। तेज गर्मी और तपती धूप से परेशान होकर हम लोग अक्सर कहते हैं कि गर्मी के कारण हमारा दिमाग काम नहीं कर रहा है, या हमारा दिमाग खराब हो रहा है; तो इस स्थिति में पुदीना हमें मानसिक राहत देने के लिए बेहद फायदेमंद है। यहां तक की कोरोना से लड़ाई में भी विशेषज्ञ इसे कारगार मानते हैं।
इसे पीने से तन और मन दोनों को ठंडक पहुंचती है। गर्मी के दिनों में अक्सर लोग पुदीने की चटनी के साथ शरबत में भी इसकी पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि बाजार में गन्ने का रस और गोलगप्पे के पानी को भी और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है।
गर्मी के मौसम में लू से बचाता हैः पुदीने में ऐंटीऑक्सीडेंट्स व ऐंटीवायरल गुण पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इस कारण गर्मी के मौसम में पुदीने का सेवन करने से लू से भी बचा जा सकता है। यहां तक कि वायरल फीवर, फ्लू या इंफ्लुएंजा की चपेट में आने से भी बचाता है। गर्मी में मौसमी बीमारियों के अलावा कई प्रकार की बीमारियों से पुदीना रहता देता है।
पुदीने की चटनी का स्वाद सबसे इतरः गर्मी के दिनों में पुदीने की चटनी के साथ खाना खाने का स्वाद ही कुछ अलग है। इस कारण बाजार में इसकी डिमांड बढ़ गई है और लोग अधिक मात्रा में खरीदारी भी कर रहे हैं। बताया जाता है कि पुदीने के साथ आम व इमली का मिश्रण कर की चटनी बनाई जाए तो इसका स्वाद ही कुछ और होता है।
स्वास्थ्य विभाग के आयुष पदाधिकारी डाॅ. शेखर चंद्र ने बताया कि गर्मी के दिनों में सेहत के लिए पुदीना बेहद लाभकारी है। इसमें ऐंटीऑक्सीडेंट्स व ऐंटीवायरल गुण पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इससे वायरल फीवर, फ्लू या इंफ्लुएंजा से बचाव होता है।