Jagarnath Mahto: बीमार झारखंड के शिक्षा मंत्री 9 महीने बाद हुए फिट, एमजीएम के चिकित्सकों ने काम शुरू करने दी इजाजत

झारखंड के शिक्षा मंत्री महतो पिछले साल 28 सिंतबर 2020 को कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। 10 नवंबर को उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया। करीब नाै महीने से महतो शिक्षा मंत्री के ऑफिस में नहीं गए हैं। फिलहाल शिक्षा मंत्री का प्रभार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास है।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 07:46 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 07:46 AM (IST)
Jagarnath Mahto: बीमार झारखंड के शिक्षा मंत्री 9 महीने बाद हुए फिट, एमजीएम के चिकित्सकों ने काम शुरू करने दी इजाजत
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ( फाइल फोटो)।

भंडारीदह (बेरमो), जेएनएन। चेन्नई में स्वास्थ्य लाभ ले रहे झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को एमजीएम चेन्नई के डॉक्टरों ने कामकाज शुरू करने की इजाजत दे दी है। शिक्षा मंत्री राज्य की तमाम गतिविधियों पर नजर बनाएं हुए हैं। शिक्षा मंत्री ने दैनिक जागरण को फोन कर बताया कि अब मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं। किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं हैं। झारखंड लौटने की तैयारी चल रही है, बहुत जल्द झारखंड लौटूंगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पारा शिक्षकों का मामला हो या स्थानीय नीति की बात, ये दो बड़े काम मुझे हरहाल में करना हैं। झारखंड लौटकर इन दोनों मुद्दों पर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे। हेमंत सरकार में ही पारा शिक्षकों का काम होना संभव है।

स्थानीय नीति में बदलाव जरूरी

महतो ने कहा है कि स्थानीय नीति में बदलाव जरूरी है। दूसरे राज्य की तरह झारखंड की भी अपनी नीति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। दिल्ली के रोल मॉडल यहां के सरकारी स्कूलों में जल्द दिखने लगेगा, सरकारी स्कूलों को उससे बेहतर झारखंड मॉडल बनाएंगे। कोविड-19 के दौरान निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर मिली शिकायतों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में पूरे देश में झारखंड की हेमंत सोरेन ने सबसे बेहतर काम करके दिखाया है। उन्होंने सभी लोगों कोरोना महामारी से बचने के लिए टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित, बिना किसी संकोच के टीका लगवाएं।

9 महीने से झारखंड से बाहर 

झारखंड के शिक्षा मंत्री महतो पिछले साल 28 सिंतबर, 2020 को कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। फेफड़ा संक्रमित हो गया। जान बचाने के लिए एयरलिफ्ट कर चेन्नई के एमजीएम एस्पताल में भर्ती कराया गया। 10 नवंबर को उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया। इसके बाद से वह चेन्नई में ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। करीब नाै महीने से महतो शिक्षा मंत्री के ऑफिस में नहीं गए हैं। फिलहाल शिक्षा मंत्री का प्रभार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के  पास है। 

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