JBCCI -11: दिल्ली में 4 घंटे तक मंथन के बाद भी कोयला वेतन समझौता पर नहीं बनी बात, अब नए साल में होगी बैठक
JBCCI 11 कोयला मजदूरों के वेतन समझौते को लेकर नई दिल्ली में कोल इंडिया प्रबंधन और मजदूर संगठनों की बैठक हुई। यह जेबीसीसीआइ-11 की दूसरी बैठक थी। मजदूर संगठनों ने वेतन में 50 फीसद वृद्धि की मांग की। इसके लिए कोल इंडिया प्रबंधन तैयार नहीं है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोल इंडिया में वेतन समझौते को लेकर गठित ज्वांइट बाइपरटाइट कमेटी आफ कोल इंडस्ट्रीज (जेबीसीसीआइ-11) की दूसरी बैठक सोमवार को नई दिल्ली में बेनतीजा रही। चार घंटे तक हुए मंथन के बाद भी कोई हल न निकला। अब अगली बैठक में कामन चार्टर आफ डिमांड पर चर्चा होगी। यह बैठक 2022 में होगी। जेबीसीसीआइ के एचएमएस शिवकांत पांडे की ओर से यह जानकारी दी गई। बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद कुमार अग्रवाल ने की। इसमें एटक, बीएमएस, सीटू व एचएमएस के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
50 फीसद वेतन वृद्धि की वकालत
बैठक के दौरान श्रम संगठनों ने प्रबंधन को घेरने की तैयारी कर रखी थी। श्रम संगठन कर्मचारियों के लिए वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वार्षिक छह प्रतिशत की वृद्धि की मांग कर रहे हैं। वेतन समझौता को लेकर ड्राफ्ट तैयार करने को लेकर कमेटी गठन पर निर्णय लिए जाने की उम्मीद थी। प्रबंधन के सामने मजदूरों संगठनों ने प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं।
बैठक में उपस्थिति
बैठक में प्रबंधन की से कोल इंडिया के अध्यक्ष के अलावा निदेशक कार्मिक विनय रंजन, निदेशक वित्त सिमरण दत्ता, बीसीसीएल व सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद, ईसीएल सीएमडी पीएस मिश्रा, एसईसीएल, डब्यूसीएल के सीएमडी, एससीसीएल के सीएमडी सहित कोल कंपनियों के अन्य प्रतिनिधि के साथ साथ यूनियनों की तरफ से बीएमएस के के लक्ष्मा रेड्डी, सुरेंद्र कुमार पांडेय, सुधीर घुर्डे, केपी गुप्ता, एटक के रमेंद्र कुमार, वी सीतारम्मैया और आरपी सिंह, एचएमएस की तरफ से नाथू लाल पांडेय, सिद्धार्थ गौतम, शिवकुमार यादव, शिवाकांत पाडेय, सीटू की तरफ से डीडी रामानंदन, अरूप चटर्जी, सुजीत भट्टाचार्य शामिल थे।