भाजपा बताए सिर्फ राज्य के किसान से ही हमदर्दी क्यों : मासस
मासस ने भाजपा के आंदोलन को दिखावा करार दिया है। जिला अध्यक्ष हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि झारखंड में भाजपा की ओर से किसानों के प्रति हमदर्दी एवं हक दिलाने के लिए शुक्रवार को किये गए आंदोलन का स्वागत किया जाना चाहिए। लेकिन यह हमदर्दी सिर्फ झारखंड में ही क्यों।
जागरण संवाददाता, धनबाद : मासस ने भाजपा के आंदोलन को दिखावा करार दिया है। जिला अध्यक्ष हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि झारखंड में भाजपा की ओर से किसानों के प्रति हमदर्दी एवं हक दिलाने के लिए शुक्रवार को किये गए आंदोलन का स्वागत किया जाना चाहिए। लेकिन यह हमदर्दी सिर्फ झारखंड में ही क्यों।
दिल्ली में करीब छह माह से ऊपर चलने वाले किसानों के धरना तथा आंदोलन के प्रति बेरुखी क्यों। वह भी तो किसान है। देश के अन्नादाता है। उनकी सुध भाजपा क्यों नहीं लेती। आखिर झारखंड में किसानों से इतना लगाव एवं हमदर्दी अचानक इतना प्यार क्यों उमड़ पड़ा? जबकि सचाई यह है कि केंद्र की भाजपानीत सरकार किसानों के प्रति कम कॉरपोरेट घरानों को ज्यादा मुनाफा देने के प्रति ज्यादा हमदर्दी दिखा रही है। ऐसा नहीं तो क्या कारण है कि दिल्ली में धरनारत किसानों से वार्ता कर समस्या का समाधान सरकार नहीं कर रही है। सही मायने में अगर भाजपा को किसानों के हितों का ख्याल ज्यादा सता रही है तो दिल्ली में बैठे खुले आसमान के नीचे किसानों के समर्थन में पूरे झारखंड में आंदोलन करे। सभी किसान एवं आम जनता का समर्थन प्राप्त होगा। झारखंड में किसान आंदोलन को आंदोलन और दिल्ली में चल रहा किसानों के आंदोलन को आतंकवादी, खालिस्तानी, नक्सली, टुकड़े टुकड़े गैंग बताकर वार्ता ना करना भाजपा का असली चरित्र सामने लाया है। खेतों में बैठ कर फोटो खिचवाना आसान है पर उनकी मांगों के भी उतना ही संवेदना भी भाजपा को दिखाना चाहिए। इस आंदोलन से पता चलता है कि राज्य में सरकार जाने के बाद भाजपा अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है।