JBVNL: 6 महीने से मैन डेज कर्मियों को वेतन नहीं, मांगने पर मिला जवाब-अभी कोरोना है

झारखंड विद्युत मानव दिवस कर्मी संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रम कुमार का कहना है कि मेसर्स प्रमोद पंडित ने जब यह काम लिया तो कई कर्मचारियों की छंटनी कर दी। इसके बाद कागजात मिलान के नाम पर वेतन रोके रखा।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 11:34 AM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 11:34 AM (IST)
JBVNL: 6 महीने से मैन डेज कर्मियों को वेतन नहीं, मांगने पर मिला जवाब-अभी कोरोना है
झारखंड में कोरोना अपना प्रभाव दिखा रहा है ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के मैन डेज कर्मी घोर आर्थिक संकट में फंसे हुए हैं। कर्मचारियों को 6 महीने से वेतन नहीं मिला है। अब जबकि वे वेतन की मांग कर रहे हैं तो ठेका कंपनी टालमटोल कर रही है। कंपनी प्रबंधन का कहना है की जेबीवीएन एल  से भुगतान नहीं हो रहा है।  संबंधित अधिकारी को कोरोना हो गया है। हालांकि कर्मचारी इसे गलत बता रहे हैं। झारखंड विद्युत मानव दिवस कर्मी संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रम कुमार का कहना है कि मेसर्स प्रमोद पंडित ने जब यह काम लिया तो कई कर्मचारियों की छंटनी कर दी। इसके बाद कागजात मिलान के नाम पर वेतन रोके रखा।

जेबीवीएनएल के नियमों का उल्लंघन

6 अप्रैल को शिविर लगाकर सभी कर्मचारियों ने कागजात जमा कराए और उनका सत्यापन किया गया। इसके बाद भी अभी तक भुगतान नहीं किया गया। अब कहा जा रहा है कि जेबीवीएनएल से भुगतान नहीं हो रहा। जबकि  नियम है की जेबीवीएन एल  से 3 महीने तक भुगतान ना हो तब भी कर्मचारियों का वेतन न रुके। ठेका कंपनी इसका भुगतान करती रहे। लेकिन यह कंपनी 6 महीने से वेतन रखे हुए है। जिन कर्मचारियों को हटा दिया गया उनका ग्रेच्युटी रोके हुए है। विक्रम का कहना है कि नवंबर से ही भुगतान नहीं होने से मैन डेज कर्मी घोर आर्थिक संकट में है। ऊपर से कोरोना की मार ने और बेहाल कर दिया है।

नहीं दी कोरोना से बचाव की सामग्री

कंपनी ने अपने 350 कर्मचारियों के बीच मास्क,  सैनिटाइजर, दस्ताना कुछ भी नहीं दिया है। वह पूरी तरह असुरक्षित होकर काम कर रहे हैं। कोई कर्मचारी संक्रमित हो जाए तो उसका भगवान ही मालिक है। जबकि आवश्यक सेवा होने की वजह से इस महामारी के दौर में भी तमाम बिजली कर्मियों को दिन रात काम करना पड़ता है और इधर से उधर दौड़ना पड़ता है। यदि उन्हें जल्द वेतन भुगतान न किया गया तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे।

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