रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ निरसा में विरोध-प्रदर्शन

निरसा रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ बिहार कोलियरी कामगार यूनियन व कोल माइंस वर्कर्स यूनियन ने शुक्रवार को श्यामपुर बी कोलियरी परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैए के खिलाफ आक्रोश जताया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:40 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 06:40 PM (IST)
रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ निरसा में विरोध-प्रदर्शन
रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ निरसा में विरोध-प्रदर्शन

निरसा : रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ बिहार कोलियरी कामगार यूनियन व कोल माइंस वर्कर्स यूनियन ने शुक्रवार को श्यामपुर बी कोलियरी परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैए के खिलाफ आक्रोश जताया। कहा कि केंद्र सरकार हिटलरशाही रवैया अपनाकर सभी सार्वजनिक उपक्रमों का तो निजीकरण कर ही रही है। अब रक्षा उद्योग को भी निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है। रक्षा उद्योग में निजीकरण के खिलाफ मजदूरों ने 26 जुलाई को हड़ताल की घोषणा की, तो केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर उनके आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश में कहा गया है कि रक्षा उद्योग में कार्यरत कामगार यदि हड़ताल करते हैं तो उन्हें पांच हजार रुपये जुर्माना व एक साल की सजा होगी। साथ ही जो इस आंदोलन का समर्थन करेंगे उन्हें 10 हजार रुपये जुर्माना व दो साल की सजा होगी। अध्यादेश मजदूरों के हक व अधिकार को कुचलने के लिए लाया गया है। सरकार पूरी तरीके से हिटलर शाही रवैया अपनाए हुए है और लोकतांत्रिक अधिकारों का कुचलने का काम कर रही है। संविधान से मिले अधिकार को मजदूरों व आम जनता से छिनने का काम किया जा रहा है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी केंद्र सरकार हमले कर रही है। जनता केंद्र सरकार की हिटलर शाही का समय आने पर प्रतिकूल जवाब देगी। सभा को कार्तिक दत्ता, आगम राम,उपेंद्र सिंह, जगदीश शर्मा, हरेंद्र सिंह,कमल बाउरी, संजीत राउत, मनोरंजन मलिक, शिव शंकर सिंह, संजय सिंह आदि ने संबोधित किया।

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