बीसीकेयू ने खुदिया कोलियरी परिसर में किया आक्रोश प्रदर्शन
निरसा बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (बीसीकेयू) खुदिया कोलियरी शाखा ने कोलियरी कार्यालय परिसर में आक्रोश प्रदर्शन किया। मजदूरों का कहना था कि सात माह बीतने के बावजूद प्रबंधन ने अभी तक कोलियरी को चालू करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया है।
संवाद सहयोगी, निरसा : बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (बीसीकेयू) खुदिया कोलियरी शाखा ने कोलियरी कार्यालय परिसर में आक्रोश प्रदर्शन किया। मजदूरों का कहना था कि सात माह बीतने के बावजूद प्रबंधन ने अभी तक कोलियरी को चालू करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया है। यूनियन नेता लालू ओझा ने कहा कि बीते सात दिसंबर की रात्रि पाली में प्रबंधन की लापरवाही के कारण कोलियरी जलमग्न हो गया था और दो मजदूरों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी। तभी से कोलियरी बंद है। मजदूरों को यह कह कर दूसरे कोलियरियों में स्थानांतरित किया गया कि बहुत जल्द कोलियरी चालू होगा और सभी मजदूरों को वापस बुला लिया जाएगा। अब प्रबंधन एक सोची-समझी साजिश के तहत इस कोलियरी की मशीनों को भी दूसरे कोलियरी में स्थानांतरित कर रहा है। उनके यूनियन के महामंत्री सह जेबीसीसीआइ सदस्य अरूप चटर्जी ने इस संबंध में डीजीएमएस के डीजी से वार्ता की है। डीजीएमएस ने उन्हें आश्वस्त किया कि बहुत जल्द कोलियरी को चालू करने की अनुमति दी जाएगी। केवल कालीमाटी सिम में एक जगह पानी बचा हुआ है। प्रबंधन कालीमाटी सिम के पानी सुखाने की व्यवस्था करे। अभी भी खुदिया कोलियरी में प्रचुर मात्रा में कोयला है। इस कोलियरी को 10 से 15 साल आसानी से चलाया जा सकता है। पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि कोलियरी को चालू कराने के लिए किए जा रहे प्रयास से मजबूर उत्साहित हैं। प्रबंधन को भी इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाना चाहिए। मौके पर शंकर सिंह, एचपी राय, मसरुद्दीन अंसारी, कपिल भुइयां, इतवारी कुर्मी, कृष्णा चौहान, रामलखन चौहान, राजेंद्र पासवान, मंटू कुंभकार, देवलाल राम आदि मौजूद थे।