Flood in Godda: उफनाई कोवा ने मेहरमा व ठाकुरगंगटी में मचाई तबाही, डेढ़ दर्जन पंचायतों में घुसा गंगा की सहायक नदी का पानी
ठाकुरगंगटी प्रखंड से गुजरने वाली कोवा नदी का जलस्तर तीन दिनों में खतरनाक तरीके से बढ़ा है। मंझकोल के निकट बनाए गए पुल से दस फीट ऊपर पानी बह रहा है। खरखोदिया पंचायत के भिखारीकिता गांव के काफी लोगों की झोपड़ी जमींदोज हो गई।
गोड्डा, जेएनएन। गंगा की सहायक नदी कोवा का जलस्तर बढऩे के कारण मेहरमा एवं ठाकुरगंगटी प्रखंड की डेढ़ दर्जन पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं। दर्जनों मकान ध्वस्त हुए हैं। सैकड़ों घरों में पानी भर गया है। बीते 72 घंटे में रिकॉर्ड 50 मिमी से अधिक बारिश के कारण यह स्थिति हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 27 सितंबर तक मानसून सक्रिय रहेगा। उसके बाद हालात सामान्य होंगे। याद दिला दें कि 1995 में भी ऐसी ही बाढ़ आई थी जिसमें जान-माल का भारी नुकसान हुआ था।
ठाकुरगंगटी प्रखंड से गुजरने वाली कोवा नदी का जलस्तर तीन दिनों में खतरनाक तरीके से बढ़ा है। मंझकोल के निकट बनाए गए पुल से दस फीट ऊपर पानी बह रहा है। खरखोदिया पंचायत के भिखारीकिता गांव के जेठा हेंब्रम, मुनीलाल मुर्मू, होपनमय मरांडी, छोटा शीतल मुर्मू, चंदू मुनेश्वर सोरेन की झोपड़ी जमींदोज हो गई। मेहरमा के सुरनी और सॉरीचकला में भी दर्जन लोगों के घर ध्वस्त हुए हैं। बारिश में बड़ी आबादी के पास सिर छिपाने को छत नहीं है। गांवों में खाने-पीने का संकट हो चुका है। बड़े पैमाने पर खरीफ की फसल भी बर्बाद हुई है।
यहां अधिक प्रभाव
ठाकुरगंगटी प्रखंड : खरखोदिया, मिश्रगंगटी, रुंजी, पंजराडीह, फुलबडिय़ा, चांदा, चपरी, मोढिया, अमरपुर, बुधवाचक, मालमंडरो और सिल्क ग्र्राम भगैया।
मेहरमा प्रखंड : सॉरीचकला, सुरनी, शंकरपुर, सीमानपुर, सुखाड़ी और वाजितपुर।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में कराया जा रहा है सर्वे
महागामा के अनुमंडल पदाधिकारी जीतेंद्र कुमार देव ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में सर्वे कराया जा रहा है। डेढ़ हजार से अधिक लोगों को चिह्नित किया गया है। उनके बीच सूखे राशन का वितरण किया गया है। पंचायत और स्कूल भवनों में प्रभावित परिवारों को रखने का इंतजाम किया गया है। जिनके घर ध्वस्त हो चुके हैं, उन्हें तत्काल प्लास्टिक उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि बारिश से बच सकें। बोआरीजोर, ठाकुरगंगटी, मेहरमा एवं महागामा के चिकित्सा पदाधिकारियों को बीमार लोगों को त्वरित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की जवाबदेही दी गई है।
अनुमंडल प्रशासन से बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य शुरू कराया गया है। यूपीए के कार्यकर्ता भी राहत कार्य में लग गए हैं। बाढ़ से प्रभावित हर परिवार की सरकार सहायता करेगी।
-दीपिका पांडेय सिंह, कांग्रेस विधायक, महागामा