इस महीने का अंतिम Weekend Lockdown खत्म, झारखंड में अब आगे क्या; हेमंत सरकार लेने जा रही निर्णय

Jharkhand Lockdown News 25 जुलाई के बाद आगे क्यों होगा? क्योंकि जुलाई महीने का यह अंतिम वीकेंड लॉकडाउन है। उम्मीद की जा रही है कि हेमंत सोरेन सरकार 31 जुलाई तक झारखंड में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह ( मिनी लॉकडाउन) के बाद नया दिशा-निर्देश जारी कर सकती है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:58 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 04:30 PM (IST)
इस महीने का अंतिम Weekend Lockdown खत्म, झारखंड में अब आगे क्या; हेमंत सरकार लेने जा रही निर्णय
वीकेंड लॉकडाउन में धनबाद के सिटी सेंटर-बरवाअड्डा रोड में पसरा सन्नाटा ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। Jharkhand Lockdown News झारखंड में 34 घंटे का वीकेंड लॉकडाउन सोमवार सुबह 6 बजे खत्म हो गया। यह जुलाई, 2021 का अंतिम वीकेंड लॉकडाउन था। 24 जुलाई की रात 8 बजे से शुरू हुआ और 26 जुलाई की सुबह 6 बजे तक चला। धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, पाकुड़, साबिगंज, दुमका आदि जिलों के शहरी क्षेत्रों में हाट-बाजार रहे। हालांकि आवश्यक सेवाओं पर रोक नहीं थी। दूध, दुवा, गैस और पेट्रोल पंप जैसे आवश्वयक सेवा चालू थे। इसी के साथ अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि 26 जुलाई के बाद आगे क्यों होगा? क्योंकि जुलाई महीने का यह अंतिम वीकेंड लॉकडाउन समाप्त हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि झारखंड में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह ( मिनी लॉकडाउन) के  नया दिशा-निर्देश के बाबत हेमंत सोरेन सरकार 31 जुलाई तक निर्णय ले सकती है।

22 अप्रैल से जारी है स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह

झारखंड में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 22 अप्रैल को स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह ( मिनी लॉकडाउन) शुरू हुआ। इसे 1 जुलाई तक एक-एक सप्ताह करके आगे बढ़ाया गया। 30 जून को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड राज्य आपदा प्रबंधन की बैठक हुई थी। इसमें लिए गए निर्णय के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया। यह दिशा-निर्देश अगले आदेश के लिए था। इसी दिशा-निर्देश के तहत झारखंड में मिनी लॉकडाउन और वीकेंड लॉकडाउन चल रहा है। केंद्रीय गृह सचिव ने कोरोना के मद्देनजर जो दिशा-निर्देश जारी किया था उसकी अवधि 31 जुलाई तक है। केंद्र के दिशा-निर्देश के आलोक में ही राज्य सरकारें कोरोना पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन पर निर्णय लेती हैं। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक होगी जिसमें झारखंड में लॉकडाउन के बाबत निर्णय लिया जाएगा।

अब सिर्फ स्कूल-कॉलेज, कोचिंग और इंटर स्टेट बस परिचालन पर रोक

22 अप्रैल को झारखंड में मिनी लॉकडाउन लागू होने के बाद आवश्यक सेवाओं को छोड़कर तमाम सेवाएं बंद कर दी गई थी। धीरे-धीरे सभी सेवाएं चालू कर दी गई हैं। अब मुख्य रूप से तीन-चार सेवाओं पर रोक है। इनमें स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटर, इंटर स्टेट बस परिचालन शामिल हैं। झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार में 12 जुलाई से ही स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं। अब तक झारखंड सरकार ने स्कूल-कॉलेज खोलने का निर्णय नहीं लिया है। उम्मीद की जा रही है कि स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को अगस्त से खोलने पर निर्णय हो सकता है। इसी तरह झारखंड में इंटर स्टेट बसों का परिचालन बंद है। झारखंड से दूसरे राज्यों में बसों का परिचालन नहीं हो रहा है। बस संचालक इंटर स्टेट बस परिचालन शुरू करने की मांग कर रहे हैं। 

अब वीकेंड लॉकडाउन का कोई मतलब नहीं

कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर और तीसरी लहर के संभावित प्रभाव को देखते हुए राज्य में वीकेंड लाकडाउन लगाया गया है। लेकिन इस लॉकडाउन को मानने को लेकर अब धनबाद के लोगों में पहले जैसी रूचि नहीं रही है। लोक बेवजह घरों से बाहर निकल रहे हैं और दुकानदार चोरी-चोरी, चुपके-चुपके दुकानें भी खोल रहे हैं। खास कर मोहल्ला और कालोनियों में स्थित दुकानें तो खुल ही रही हैं। 

शांत रहा शहर

धनबाद शहर की बात करें तो मटकुरिया, बैंक मोड़, धनसार, जोड़ाफाटक, पुराना बाजार, बेकारबांध, मिश्रित भवन चौक, बरटांड, हीरापुर, पार्क मार्केट, पुलिस लाइन, स्टील गेट समेत तमाम इलाकों में सुबह-सुबह शांति रही। फल, अंडा, दूध, मेडिकल स्टोर की दुकानें खुली हुई थीं। सड़कों पर वाहनों का आवगमन भी हो रहा था। बीते सप्ताह के लाकडाउन के मुकाबले इस बार कुछ ज्यादा ही वाहन आवगमन करते सड़कों पर दिखाई दिए। लाक डाउन के प्रतिबंध से बाहर की दुकानों को छोड़ भी कई अन्य प्रकार की दुकानें खुली हुई थीं। इतना ही नहीं फूल वाले भी अपनी दुकानदारी करते यहां देखे गए। सबसे बुरी स्थित स्टेशन रोड़ की फिर रही। यहां चाय, पान, नाश्ता की दुकानें पूर्व की तरह चल रही थी। होटल भी खुले हुए थे। पूरे शहर से सबसे अधिक भीड़ इसी स्टेशन रोड में सुबह-सुबह देखने को भी मिली। 

कम हो रहा केस, मगर लोग सचेत नहीं

जिले में कोरोना के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। स्थिति काफी सामान्य हो चुकी है। इसके बावजूद भी लोगों को सचेत रहने की जरुरत है। हालांकि इसे लेकर लोग बेफिक्र दिख रहे हैं। खास कर युवा ही सड़कों पर ज्यादा दिख रहे हैं। एक ओर टीका लेने को लेकर भी युवाओं की ही अधिक भीड़ हो रही है, तो दूसरी तरफ बेवजह घर से बाहर निकलने वालों में भी युवा ही हैं। 30 जून को जारी झारखंड अनलॉक 5.0 ( स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) की गाइडलाइंस लागू सब जिलों में सभी दुकानें रात 8 बजे तक खुल सकेंगी। सभी सरकारी एवं निजी कार्यालय 50 प्रतिशत मानव संसाधन के साथ खुल सकेंगे। शनिवार की शाम 8 बजे से सोमवार के सुबह 6 बजे तक सभी दुकानें (सब्जी-फल – किराना की दुकान सहित) बंद रहेंगी. स्वास्थ्य सेवा से संबंधित प्रतिष्ठान और दूध के स्टोर खुले रहेंगे। सिनेमा हॉल, बार, मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां ५०त्न क्षमता के साथ खुल सकेंगे। स्टेडियम, जिम्नेजियम और पार्क खुल सकेंगे। समस्त शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे पर लाभुकों को घर पर खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी। पचास व्यक्ति से अधिक के इकठ्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा। बैंक्वेट हाल और सामुदायिक भवन खुल सकेंगे परंतु 50 से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। जुलूस पर रोक जारी रहेगी। राज्य के अंदर बस परिवहन की अनुमति दी गयी। अंतरराज्यीय बस परिवहन पर रोक जारी रहेगी। पब्लिक परिवहन वाहन नियम द्वारा निर्धारित संख्या में यात्री को बैठा सकते हैं। भारत सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा करायी जायेगी। राज्य के द्वारा कराने वाली परीक्षा स्थगित रहेंगी। मेला और प्रदर्शनी पर रोक जारी रहेगी। निजी वाहन से राज्य के अंदर एक जिले से दूसरे जिले जाने के लिए ई पास आवश्यक नहीं होगा। दूसरे राज्य से झारखंड आने के लिए या झारखंड से दूसरे राज्य जाने के लिए ई पास आवश्यक होगा। दूसरे राज्य से झारखंड आने वाले को 7 दिन का होम क्वारेंटाइन नहीं होगा। आगंतुकों की व्यापक टेस्टिंग की जाएगी। सार्वजानिक स्थान पर मास्क पहनना और सामजिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य है। आदेश के उल्लंघन की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धारा अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।

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