वेस्ट मोदीडीह के लोग पानी, सड़क व प्रदूषण की समस्या से त्रस्त; जिम्मेवार लोगों ने मोड़ा मुंह Dhanbad News
वेस्ट मोदीडीह कोलियरी तथा आसपास का इलाका में मूल रूप से बीसीसीएल में कार्य करने या उससे जुड़े लोग रहते हैं। लेकिन यहां बसे लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या जर्जर आवास गंदगी पेयजल और प्रदूषण की है।
कतरास, जेएनएन: वेस्ट मोदीडीह कोलियरी तथा आसपास का इलाका में मूल रूप से बीसीसीएल में कार्य करने या उससे जुड़े लोग रहते हैं। लेकिन यहां बसे लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या जर्जर आवास, गंदगी, पेयजल और प्रदूषण की है। वार्ड चार के अंतर्गत पड़ने वाले इस इलाकों के कालोनियों कचड़ों का अंबार है।
तत्कालीन पार्षद छोटू सिंह ने नगर निगम से तेतुलमारी से गुहीबांध तक मुख्य सड़कों का निर्माण तो करवा दिया लेकिन बस्तियों में आज भी सड़क घर तक नहीं पहुंच पाई है। वेस्ट मोदीडीह चालीस नंबर धौडा व वर्कशाप के समीप सड़क चलने लायक नहीं है।
थोड़ी सी बारिश के बाद पानी सड़क पर जम जाता है और उस होकर पार करना मुश्किल हो जाता है। वेस्ट मोदीडीह, रामकनाली, तेतुलमारी में रोड बन गई है लेकिन पानी व गंदगी की समस्या जस का तस बना हुआ है।यहां के लोग पानी खरीदकर पीते हैं।
पिट वाटर की आपूर्ति होने के बाद उसी से काम चलाना पड़ता है। पूरे बीसीसीएल में वेस्टमोदीडीह कोयला उत्पादन में एक अलग स्थान रखता है। लेकिन यहां लोग पानी की समस्या से काफी ग्रसित है। पीने के लिये बाजार से जार का पानी खरीद कर या कुआं के पानी उपयोग करते हैं।
पानी को लेकर स्थानीय लोग कई बार बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन भी कर चुके हैं। लेकिन समस्या जस की तस पड़ी हुई है।यहां के लोग प्रदूषण से परेशान रहते हैं। जिससे यहां बीमारी की संभावना बनी रहती है। यहां रह रहे लोगों के घरों में धुल के परत जमा हो जाते हैं। सड़क पर निकलते ही लोगों के चेहरे व कपड़े काले गुब्बारे से गंदे हो जाते हैं। आसपास में स्थापित विद्यालयों के बच्चों के द्वारा कई बार प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन भी किया गया है। जिसको लेकर सड़क जाम तक कर दिया गया था। लेकिन सड़क पर जल का छिड़काव नहीं होता है। स्थानीय लोगों के बीच समस्याओं को लेकर आक्रोश का जा रहा है।