कोयला मजदूरों के हितों की अनदेखी हुई तो जेबीसीसीआइ की बैठक का होगा बहिष्कार : अरुप
बाघमारा कोयला मजदूर हमारी ताकत हैं। उनके हितों की सुरक्षा के लिए काम करना ही हमारा धर्म है। अगर इसमें कोताही की गई तो 17 जुलाई को होने वाली जेबीसीसीआइ की बैठक का बहिष्कार किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, बाघमारा : कोयला मजदूर हमारी ताकत हैं। उनके हितों की सुरक्षा के लिए काम करना ही हमारा धर्म है। अगर इसमें कोताही की गई तो 17 जुलाई को होने वाली जेबीसीसीआइ की बैठक का बहिष्कार किया जाएगा। उक्त बातें जेबीसीसीआइ सदस्य सह पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने मधुबन कोल वाशरी में बीसीकेयू ब्लाक दो शाखा द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि जेबीसीसीआइ की बैठक में मजदूरों की समस्याओं के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। अगर प्रबंधन मजदूरों की मांगों पर टालमटोल नीति अपनाता है तो सीटू आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी। चटर्जी ने कहा कि मेरे पिता भी कोल कर्मी थे। इसलिए मजदूरों की जमीनी समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ हूं। प्रबंधन मजदूरों को मूलभूत सुविधाएं आवास मरम्मत, प्रमोशन आदि भी समय से मुहैया नहीं करवाता है। इन विषयों पर हमारी खास नजर है। प्रबंधन की हां में हां मिलाने का काम नहीं करेंगे। जो जायज होगा उसी का समर्थन किया जाएगा। चटर्जी ने ठेका मजदूरों की समस्याओं को भी जोरदार ढंग से उठाते हुए कहा कि कोयला मंत्रालय द्वारा तय हाई पावर कमेटी का वेतन ठेका मजदूरों को नहीं मिल रहा है। इस बात को जेबीसीसीआइ की बैठक में रखा जाएगा। यूनियन के केंद्रीय सचिव जेके झा के नेतृत्व में ब्लाक दो, बरोरा क्षेत्र के मजदूरों व सदस्यों ने चटर्जी का जोरदार स्वागत किया। मौके पर हलधर महतो, धनंजय महतो, श्यामदेव दास, प्रताप वर्णवाल, नकुल महतो, संतोष रजक मौजूद थे। समारोह में संतोष कुमार सिंह, जगदीश चंद्र महतो, रंजीत सिंह, संजय कुमार महतो, आलोक मिज, बलराम हंसदा, महेश कुमार, विष्णु कुमार, कार्तिक कुमार, कृष्णा कुमार सहित कई अन्य दूसरे यूनियन से बीसीकेयू में शामिल हुए।