लगातार बारिश से बरोरा, ब्लाक दो, कतरास व गोविदपुर क्षेत्र में कोयले के उत्पादन में आई गिरावट

कतरास लगातार हो रही बारिश से कोयले के उत्पादन में गिरावट आई। यह स्थिति बरोरा ब्लॉक दो लेकर सिजुआ क्षेत्र तक की है। परियोजनाओं में रोढ कीचड़ से लथपथ हो गए है जिसके चलते मशीनों के परिचालन की गति धीमी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:59 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:59 PM (IST)
लगातार बारिश से बरोरा, ब्लाक दो, कतरास व गोविदपुर क्षेत्र में कोयले के उत्पादन में आई गिरावट
लगातार बारिश से बरोरा, ब्लाक दो, कतरास व गोविदपुर क्षेत्र में कोयले के उत्पादन में आई गिरावट

संवाद सहयोगी, कतरास : लगातार हो रही बारिश से कोयले के उत्पादन में गिरावट आई। यह स्थिति बरोरा ब्लॉक दो लेकर सिजुआ क्षेत्र तक की है। परियोजनाओं में रोढ कीचड़ से लथपथ हो गए है, जिसके चलते मशीनों के परिचालन की गति धीमी हुई है। कीचड़ हटाकर सुरक्षित ढंग से मशीनों के चलाने पर जोर दिया जा रहा है। अग्नि प्रभावित इलाके में जमीन से धुंआ का रिसाव हो रहा है। शुक्रवार को बरोरा क्षेत्र 2600 टन कोयले का उत्पादन किया गया है। जबकि सामान्य दिनों में बरोरा क्षेत्र का उत्पादन चार हजार टन हो रहा था। गोविदपुर क्षेत्र में 1178 टन उत्पादन किया गया, जबकि सामान्य दिनों में करीब दो हजार टन उत्पादन हो रहा था। कतरास क्षेत्र 6171 टन उत्पादन हुआ, जबकि सामान्य दिनों में नौ हजार टन उत्पादन हो रहा था। सिजुआ क्षेत्र में 3851 टन उत्पादन हुआ, जबकि सामान्य दिनों सात हजार टन से अधिक हो रहा था। संस, बाघमारा : ब्लाक दो क्षेत्र के उत्पादन पर बुरा असर पड़ा है। एकीकृत बीओसीपी माइंस के ड्रैग लाइन तथा जमुनिया काली मंदिर विभागीय फेस के कई हिस्सों में जल जमाव के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है। प्रतिदिन लगभग दो हजार से ढाई हजार मेट्रिक टन कोयला का उत्पादन ठप पड़ गया है। काली मंदिर फेस में जहां जमुनिया नदी का पानी प्रवेश कर रहा है। वहीं ड्रैग लाइन फेस में धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के बगल से पानी प्रवेश घुसना जारी है। प्रबंधन ने पानी निकासी में लगे दो व चार हजार जीपीएम के पम्प सहित मशीनों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा दिया है।

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