PMCH के जूनियर डॉक्टर आज से हड़ताल पर, बिगड़ सकती है अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति Dhanbad News

जूनियर डॉक्टर ने बताया कि फरवरी माह का वेतन नहीं मिला है। जून का वेतन अभी तक नहीं मिला है। इसपर प्रबंधन का कहना है कि फरवरी माह के वेतन का एलॉटमेंट ही नहीं आया था।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 09:47 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 09:47 AM (IST)
PMCH के जूनियर डॉक्टर आज से हड़ताल पर, बिगड़ सकती है अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति Dhanbad News
PMCH के जूनियर डॉक्टर आज से हड़ताल पर, बिगड़ सकती है अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच शहर के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच से एक बुरी खबर है। पीएमसीएच में सेवा दे रहे लगभग 60 जूनियर डॉक्टर (जेआर) शुक्रवार से हड़ताल पर है। इस बाबत गुरुवार को जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल ने अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार चौधरी को पत्र देकर अवगत कराया है। इसके बाद पीएमसीएच में हड़कंप है।

पीएमसीएच प्रबंधन ने आनन-फानन में इसकी सूचना धनबाद के डीसी अमित कुमार को दी। साथ ही मुख्यालय को भी सूचित किया। इसके बाद गुरुवार की देर रात तक जूनियर डॉक्टरों का समझाने की कोशिश जारी रही, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। गौरतलब है कि कोरोना वायरस लेकर अस्पताल अलर्ट पर है। ऐसे में 60 जूनियर डॉक्टरों के एक साथ हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।

फरवरी का वेतन नहीं मिला : जूनियर डॉक्टर ने बताया कि फरवरी माह से उनका वेतन नहीं मिला है। प्रबंधन ने कहा है कि फरवरी माह का वेतन का एलॉटमेंट ही नहीं आया था। बीच में मार्च-अप्रैल और मई का वेतन मिला तो जून का वेतन अभी तक नहीं मिला है। इसके लिए कई बार पीएमसीएच प्रबंधन से अपील की गई, लेकिन जूनियर डॉक्टरों की नहीं सुनी गई। लिहाजा बाध्य होकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जा रहे हैं। बता दे जूनियर डॉक्टरों को 43 हजार प्रति माह मिलता है।

जूनियर डॉक्टरों का फरवरी का एलॉटमेंट नहीं आया। इस वजह से उन्हें वेतन नहीं दिया जा सका है। मार्च, अप्रैल व मई का वेतन दे दिया गया है। जून का वेतन आज हो जाता, लेकिन सर्वर डाउन होने की वजह से बैंक से पैसा नहीं जा सका। शुक्रवार को जून का भी पैसा चला जाएगा। जूनियर डॉक्टरों को समझाने की कोशिश हो रही है। मुख्यालय को भी सूचित किया गया है। -डॉ. अरुण कुमार चौधरी, अधीक्षक, पीएमसीएच धनबाद।

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