Rupa Tirkey Suicide Case: 26 को साहिबगंज में सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश करेंगे पड़ताल, तथ्यों की होगी छानबीन
Rupa Tirky Suicide Case तीन मई को पुलिस कालोनी के सरकारी आवास में रूपा तिर्की का शव मिला था। अनुसंधान के बाद यह बात संज्ञान में आई कि पश्चिमी सिंहभूम के टोकलो थाना में पदस्थापित दारोगा शिव कुमार कनौजिया ने महिला थाना प्रभारी को आत्महत्या के लिए उकसाया था।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। साहिबगंज महिला थाना की तत्कालीन प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच के लिए 26 जुलाई को झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश साहिबगंज आएंगे। इस मसले पर साहिबगंज परिसदन में वरीय पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करेंगे। संभव है कि घटनास्थल का भी मुआयना करें। याद दिला दें कि न्यायिक आयोग ने 20 जुलाई तक रूपा तिर्की की मौत के मसले पर हलफनामा के साथ आम लोगों से जानकारी मांगी थी। जो जानकारी मिलेगी, उस पर भी छानबीन की जाएगी।
तीन मई को पुलिस कालोनी के सरकारी आवास में रूपा तिर्की का शव मिला था। पुलिस ने तत्काल यूडी केस दर्ज किया था। अनुसंधान के बाद यह बात संज्ञान में आई कि पश्चिमी सिंहभूम के टोकलो थाना में पदस्थापित दारोगा शिव कुमार कनौजिया ने महिला थाना प्रभारी को आत्महत्या के लिए उकसाया था। शिव कुमार देवघर जिले में मधुपुर थाना के भेरवा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल वह साहिबगंज जेल में हैं।
कनौजिया के खिलाफ साहिबगंज पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। इसमें रूपा के साथ उनकी मोबाइल पर हुई बातचीत के रिकार्ड को बतौर साक्ष्य पेश किया गया। शिव कुमार की आवाज की पुष्टि के लिए एक सप्ताह पहले साहिबगंज जेल जाकर अधिकारियों ने पड़ताल की। जेल में शिव कुमार की आवाज को वायस रिकार्डर में रिकार्ड किया गया। फोरेंसिक लैब में मोबाइल पर हुई बातचीत और जेल में रिकार्ड आवाज का मिलान करने के लिए स्पेक्ट्रोग्राफी टेस्ट किया जाएगा।