Dumka Gang Misdeed Case: झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम के बिगड़े बोल, दुष्कर्म के लिए लड़की के पिता को ठहराया कसूरवार
लोबिन ने कहा कि लड़का दारू गांजा पीता है लेकिन गार्जियन उसे देखते नहीं है । आजकल मोबाइल का जमाना है। लड़का-लड़की फोन पर आपस में बात करते हैं और शाम में लड़की निकल जाती है। इसमें पिता की गलती है कि नहीं ?
दुमका, जेएनएन। झारखंड के पूर्व मंत्री झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने बहुचर्चित दुमका दुष्कर्म और हत्या प्रकरण में विवादस्पद बयान दिया है। उन्होंने झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के खिजुरिया स्थित आवास में पर संवाददाता सम्मेलन कर दुष्कर्म व हत्या की घटना में पीड़िता के पिता को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है। कहा कि घटना के लिए लड़की के पिता समेत समाज भी उतना ही दोषी है जितना इस मामले में आरोपित। दुष्कर्म करने वाले आरोपी जितना दोषी है उतना ही दोषी उसका गार्जियन है क्योंकि वह अपने बच्चों को संभाल नहीं पा रहा है। सरकार चाहे किसी की रहे अगर समाज सजग नहीं होगा तो ऐसी घटनाएं होती रहेगी। लोबिन के साथ संवाददाता सम्मलेन में झामुमो सांसद विजय हांसदा और विधायक डॉ. सरफराज अहमद भी उपस्थित थे।
आदिवासी समाज सजग नहीं
लोबिन ने कहा कि लड़का दारू, गांजा पीता है लेकिन गार्जियन उसे देखते नहीं है । आजकल मोबाइल का जमाना है। लड़का-लड़की फोन पर आपस में बात करते हैं और शाम में लड़की निकल जाती है। इसमें पिता की गलती है कि नहीं ? चाहे लड़का हो या लड़की देखना चाहिए कि उसका बच्चा किस ओर जा रहा है। पहले आदिवासी समाज में ऐसी घटनाएं नहीं होती थी लेकिन आज आम हो गई है। हमारा समाज सजग नहीं रहने के कारण ऐसी घटनाएं हो रही है।
पुलिस अपना काम कर रही है
रामगढ़ की घटना तीन दिन से ज्यादा हो गई हैं लेकिन अभी तक पुलिस कुछ नहीं कर पाई है के सवाल पर लोबिन ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। दिखावे के लिए किसी निर्दोष को तो नहीं फंसा देगी । 17 अक्टूबर को दुमका के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। फिर उसकी हत्या कर दी गई।
गाजर-मूली हैं जो उखाड़ के फेंक देंगे
भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी द्वारा झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन परिवार को संताल पुराना से उखाड़ फेंकने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोरेन परिवार कोई गाजर-मूली है जो उखाड़ कर फेंक देंगे। लोबिन ने कहा कि बाबूलाल को यह समझना चाहिए कि शिबू सोरेन के कारण ही अलग राज्य का निर्माण हुआ है। जिसके कारण वे मुख्यमंत्री बने। बाबूलाल को इस तरह की ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए । सांसद विजय हंसदा ने बाबूलाल पर प्रहार करते हुए कहा कि बाबूलाल मरांडी जब जेवीएम में थे तो उनकी भाषा शैली शालीन थी लेकिन जैसे ही भाजपा का पानी पिये उनकी भाषा बदल गई । झामुमो का एक भी विधायक या सांसद पीड़िता के घर अब तक नहीं पहुंचने के सवाल पर सांसद ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम है कि पीड़िता का घर कहां है लेकिन वह जरूर जाएंगे। मौके पर विधायक सरफराज अहमद समेत कई मौजूद थे।