DMC Elections: एक भी वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नहीं, झामुमो ने जताई आपत्ति
देबू महतो का दावा है कि धनबाद नगर निगम क्षेत्र के सभी 55 वार्डों में आदिवासियों की अच्छी आबादी निवास करती है। बावजूद इन्हें शहरी विकास से बाहर रखना कतई उचित नहीं है। शहरी क्षेत्र को विकसित करने में आदिवासियों की सहभागिता महत्वपूर्ण होती रही हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद नगर निगम (DMC) चुनाव की तैयारी जोरों पर है। मेयर, उपमेयर और वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए दावेदार रेस हैं। इस बीच झमुमो महानगर कमेटी ने झारखंड राज्य निर्वाचन आयोग से पांच वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित करने की मांग की है। झामुमो महानगर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष देबू महतो ने राज्य निर्वाचन कार्यालय पहुंच अपनी मांग लिखित रूप से दी और बताया कि धनबाद नगर निगम क्षेत्र में एक भी वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नहीं की गई हैं। निर्वाचन आयुक्त के सचिव राधेश्याम चौधरी से हुई मुलाकात के दौरान महतो ने बताया कि शहरी क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या अच्छी खासी है। ऐसे में क्षेत्र के विकास में उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित हो इस पर चुनाव आयोग को ध्यान देना चाहिए।
धनबाद नगर निगम में 55 वार्ड
महतो का दावा है कि धनबाद नगर निगम क्षेत्र के सभी 55 वार्डों में आदिवासियों की अच्छी आबादी निवास करती है। बावजूद इन्हें शहरी विकास से बाहर रखना कतई उचित नहीं है। शहरी क्षेत्र को विकसित करने में आदिवासियों सहभागिता महत्वपूर्ण होती रही है। पूर्व निगम चुनावों में अनुसूचित जनजाति की सीट आरक्षित रही हैं। महतो ने सचिव को बताया कि धनबाद नगर निगम के वार्डों का आरक्षण रोस्टर जो जारी किया गया है, उसमें काफी खामियां हैं। इन खामियों को तत्काल सुधार कर पुनरीक्षित सूची जारी किया जाना चाहिए।
त्रुटियों में सुधार का मिला आश्वासन
महतो नहीं यह भी बताया कि वे अपनी मांगों को लेकर पूर्व में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, निर्वाचन आयुक्त और उपायुक्त धनबाद को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दे चुके हैं। सचिव ने यह आश्वासन दिया कि धनबाद निगम चुनाव का आरक्षण रोस्टर में जो भी त्रुटि हुई है, सप्ताह के अंदर उसमें संसोधन कर दिया जाएगा।