जितिया पर्व कल, माताएं रखेंगी निर्जला व्रत

धनबाद संतान प्राप्ति संतान की दीर्घायु आरोग्य व सुखमय जीवन के लिए सालभर कई व्रत किए जाते हैं। इन्हीं में से एक है जितिया व्रत। हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:07 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:07 AM (IST)
जितिया पर्व कल, माताएं रखेंगी निर्जला व्रत
जितिया पर्व कल, माताएं रखेंगी निर्जला व्रत

धनबाद : संतान प्राप्ति, संतान की दीर्घायु, आरोग्य व सुखमय जीवन के लिए सालभर कई व्रत किए जाते हैं। इन्हीं में से एक है जितिया व्रत। हिदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है। हिदू पंचांग के अनुसार जितिया पर्व हर वर्ष अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्ठमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार जितिया व्रत का पर्व 28 से 30 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस पर्व में माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। संतान प्राप्ति व सुखमय जीवन के लिए सुनी जाती है जितिया कथा : भुईफोड़ मंदिर के पुजारी सुभाष पांडेय के अनुसार जितिया व्रत के दौरान व्रत कथा सुनना बेहद फलदाई होता है। मान्यता है कि इस दिन जितिया व्रत कथा पढ़ने व सुनने से संतान की दीर्घायु, आरोग्य व सुखमय जीवन के साथ संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। इससे संतान को लंबी आयु का वरदान प्राप्त होता है। जितिया व्रत तीन दिनों तक चलता है :

संतान की सुख व समृद्धि के लिए जितिया व्रत तीन दिनों तक चलता है। पहला दिन नहाए-खाए, दूसरा दिन जितिया निर्जला व्रत और तीसरे दिन पारण किया जाता है। शुभ मुहूर्त :

हिदू पंचांग के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 28 सितंबर को व्रत रखा जाएगा व 29 को पारण किया जाएगा। शाम 6:16 बजे से 29 सितंबर की रात 8:29 बजे तक रहेगा।

बनारसी पंचांग के अनुसार 29 सितंबर दिन बुधवार को महिलाएं जितिया व्रत करेंगी और गुरुवार 30 सितंबर को सुबह पारण करेंगी। वहीं, नहाय-खाय 28 सितंबर को करेगी। जबकि मिथिला पंचांग के अनुसार व्रती 28 सितंबर दिन मंगलवार को व्रत रखेंगी और 29 की शाम 5:04 बजे पारण करेंगी।

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