Jharkhand Lockdown: अनलॉक थ्री से बढ़ी उम्मीदेंं; बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी SOP जारी कर विद्यालय खोलने पर करें विचार
स्कूल और कोचिंग संस्थानों को झारखंड में अनलॉक दो में खुलने की काफी उम्मीदें थी लेकिन ऐसा हो न सका। अब अनलॉक थ्री से ढेर सारी उम्मीदें हैं खासकर पिछले 17 महीने से बंद पड़े स्कूल और कोचिंग संस्थानों को।
धनबाद, जेएनएन : स्कूल और कोचिंग संस्थानों को झारखंड में अनलॉक दो में खुलने की काफी उम्मीदें थी लेकिन ऐसा हो न सका। अब अनलॉक थ्री से ढेर सारी उम्मीदें हैं, खासकर पिछले 17 महीने से बंद पड़े स्कूल और कोचिंग संस्थानों को। पढ़ाई बंद, आमदनी बंद और खर्चे बेहिसाब बढ़ गए हैं। ऐसे में सभी स्कूल और कोचिंग प्रबंधन अनलॉक थ्री पर टकटकी लगाए हैं।
स्कूल प्रबंधन से लेकर कोचिंग एसोसिएशन तक सरकार से खोलने की गुहार लगा रहे हैं। झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राम रंजन कुमार सिंह और जिला सचिव इरफान खान ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ट्विटर पर एवं ऑनलाइन माध्यम से मांग की है कि झारखंड में ऑनलाइन की सुविधा से वंचित लाखों गरीब दलित आदिवासी और छोटे विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। लाखों छोटे बच्चे ऑनलाइन व्यवस्था से कुछ भी नहीं सीख पा रहे हैं। झारखंड की शिक्षा व्यवस्था मुख्यता छोटे निजी विद्यालयों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में चलती है, जहां के बच्चों में ऑनलाइन की प्रति जागरूकता की भी कमी है। उनके पास ऑनलाइन क्लास में जुड़ने के संसाधन भी नहीं है। इसलिए झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जल्द से जल्द निश्चित एसओपी जारी कर विद्यालयों को क्रमवार खोलने की मांग की है। एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि यदि ऐसा नहीं होता है तो यहां की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाएगी। पड़ोसी राज्य बिहार में अगले माह से क्रमवार संस्थान खोलने की बात कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री से भी इस विषय पर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव रंजन कुमार सिंह जिला, सचिव इरफान खान ने जल्द से जल्द संज्ञान लेने की गुहार लगाई है, क्योंकि लगातार 17 महीने से राज्य भर के सचिव संस्थान बंद हैं। इसका बच्चों के शैक्षणिक कैरियर और सीखने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।