कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम रोक के बाद भी राजनीति जारी, कांग्रेस की राजभवन घेराव की तैयारी Dhanbad News

धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि राजभवन घेराव और प्रदर्शन कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। ब्रजेंद्र सिंह का कहना है कि उत्तर भारत में लगभग 60 किसानों ने शीत लहर और बेमौसम बारिश के कारण अपना जीवन को दिया।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 09:51 AM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 09:51 AM (IST)
कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम रोक के बाद भी राजनीति जारी, कांग्रेस की राजभवन घेराव की तैयारी Dhanbad News
धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक पर पुतला दहन करते कांग्रेसी ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। तीन नए कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम कोर्ट से रोक लग गई है। इसके बावजूद भी कांग्रेस की राजनीति जारी है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस मनाने का एलान किया है। इस माैके पर झारखंड राजभवन का घेराव किया जाएगा। इसकी तैयारी कांग्रेस जोरशोर से कर रही है। इसमें भाग लेने के धनबाद से भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी जाएंगे। इसकी तैयारी में कांग्रेसी जुट गए हैं।

15 जनवरी को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी किसान अधिकार दिवस मनाएगी। इसको लेकर राज्य मुख्यालय रांची में रैली और प्रदर्शन होगा। राजभवन का घेराव भी किया जाएगा। इसमें शामिल होने के लिए सभी जिला प्रभारियों को प्रदेश स्तर से पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि अपने क्षेत्र के किसानों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सुबह साढ़े 11 बजे मोरहाबादी पहुंच कर कार्यक्रम को सफल बनाएं। इसी दिन जिला स्तर पर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, पार्टी के सांसद और विधायक स्पीकअप अभियान में भाग लेते हुए इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म यानी फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब के माध्यम से लाइव वीडियो पोस्ट अपलोड करके किसान विरोधी कानूनों एवं ईंधन की मूल्य वृद्धि को वापस लेने की मांग करेंगे। पत्र में यह भी कहा गया है कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इस बात की जानकारी सभी प्रखंड अध्यक्षों को को भी देंगे। यह पत्र झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की ओर से जारी किया गया है।

धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि राजभवन घेराव और प्रदर्शन कार्यक्रम में धनबाद के कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। ब्रजेंद्र सिंह का कहना है कि उत्तर भारत में लगभग 60 किसानों ने शीत लहर और बेमौसम बारिश के कारण अपना जीवन को दिया। लाखों किसान 40 दिन से दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। इसके बावजूद तानाशाही भाजपा सरकार अन्नदाताओं की पीड़ा से बेखबर है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले 73 वर्षों में सबसे अधिक है। सरकार इस पर लगाम नहीं लगा पा रही है। कृषि कानून को निरस्त करने और देश के किसानों के मांग के समर्थन में एकजुटता दिखाना ही इस प्रदर्शन का उद्देश्य है।

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