AIIMS में इलाजरत पूर्व पीएम को झारखंड के मंत्री ने बताया मृत, माैन रख दी श्रद्धांजलि; अब दे रहे सफाई
झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने कमाल किया है। एम्स में इलाजरत पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को मृत बता दिया। इतना ही नहीं एक मिनट का माैन रख शोक भी व्यक्त किया। इंटरनेट मीडिया में किरकिरी होने पर माफी मांगी है।
जागरण संवाददाता, मधुपुर। झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण और खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को जिंदा रहते ही श्रद्धांजलि दी है। इससे संबंधित वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री की खूबर किरकिरी हो रही है। इसके बाद मंत्री ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सफाई दी है। लिखा है-मैं दिल से क्षमापार्थी हूं। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मालूम हो कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह की तबीयत ठीक नहीं है। उनका दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है।
एक मिनट का रखा माैन
देवघर में पटवाबाद के धमना फाटक के पास शुक्रवार को एपीजे डा. अब्दुल कलाम चौक का सूबे के पर्यटन व अल्पसंख्य कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने उदघाटन किया। आवाम को संबोधन में मंत्री की जुबान फिसल गयी। पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दे दी। उनकी आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रख दिया। मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक दुखद खबर है। जिसने देश को पचास साल आगे ले जाने का काम किया ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह का निधन हो गया है।
भाजपा ने की निंदा
शनिवार को झारखंड के मंत्री को ध्यान आया और उन्होंने अपने बयान पर सोशल मीडिया में ट्वीट कर भूल सुधार किया। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि भूलवश उन्होंने संक्षिप्त भाषण में कुछ कह दिया था। दरअसल यह सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे भ्रामक खबरों की वजह से हुई है। इस संबंध में जो भाषण में कहा है, उसके लिए दिल से क्षमा प्रार्थी हूं। पूर्व प्रधानमंत्री के शीघ्र स्वस्थ होने की अल्लाह से दुआ करता हूं। अल्लाह उन्हें लंबी उम्र दें और अच्छी सेहत प्रदान करें। अभी देश को उनकी काफी जरूरत है। इधर सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को लेकर बहस शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसकी निंदा की है।
काैन हैं हफीजुल हसन अंसारी
हफीजुल हसन अंसारी झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण और खेल मंत्री हैं। देवघर जिले के मधुपुर से विधायक हैं। अंसारी के पिता झामुमो के कद्दावर नेता थे। हेमंत सरकार में मंत्री थे। उनके निधन के बाद हफीजुल उपचुनाव में झामुमो के विधायक चुने गए।