DAV स्कूल ग्राउंड से होकर सड़क निर्माण पर कोर्ट ने लगाई रोक, रंजीत परमार ने 9 दिनों बाद तोड़ा अनशन Dhanbad News

9 दिनों से अनशन कर रहे अस्मिता जागृति मंच के रंजीत सिंह परमार ने न्यायालय का फैसला आने के बाद अनशन तोड़ दिया। विधायक राज सिन्हा ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 06:41 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 08:08 AM (IST)
DAV स्कूल ग्राउंड से होकर सड़क निर्माण पर कोर्ट ने लगाई रोक, रंजीत परमार ने 9 दिनों बाद तोड़ा अनशन Dhanbad News
DAV स्कूल ग्राउंड से होकर सड़क निर्माण पर कोर्ट ने लगाई रोक, रंजीत परमार ने 9 दिनों बाद तोड़ा अनशन Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। डीएवी स्कूल ग्राउंड से होकर सड़क निर्माण पर हाईकोर्ट ने मंगलवार को रोक लगा दिया। नौ दिनों से अनशन कर रहे अस्मिता जागृति मंच के रंजीत सिंह परमार ने न्यायालय का फैसला आने के बाद अनशन तोड़ दिया। विधायक राज सिन्हा ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया। इधर, कोर्ट के फैसले को लेकर डीएवी स्कूल और आसपास में जश्न का माहौल है। वहां लोग आतिशबाजी भी कर रहे हैं। यह सड़क डीएवी स्कूल ग्राउंड, पुराना बाजार होकर धनबाद स्टेशन के दक्षिणी छोर तक बन रही है। हालांकि, ग्राउंड को छोड़कर सड़क निर्माण का कार्य जारी रहेगा।

आम लोगों के हित में हो रहा सड़क निर्माण : दरअसल, सड़क निर्माण को लेकर विगत गुरुवार को जमकर बवाल हुआ था। 4 घंटे तक सड़क जाम, आगजनी और हंगामा हुआ था। इसके विरोध में स्कूली बच्चे भी सड़क पर उतर गए थे। मामले को लेकर जिला प्रशासन अपने स्तर पर जांच टीम गठित कर जांच करा चुकी है। दूसरी ओर रेलवे ने भी इस मामले में जांच समिति का गठन किया है। रेलवे का पक्ष है कि शहर की बड़ी आबादी को यातायात समस्या से राहत देने के लिए आम लोगों के हित में सड़क निर्माण कराया जा रहा है।

मेला आयोजन से स्कूल का कोई लेना-देना नहीं : दूसरी ओर डीएवी प्रशासन का कहना है कि पहले डीपीआर में मैदान शामिल नहीं था। बाद में साजिश के तहत डीएवी स्कूल के मैदान को छीन कर सड़क निर्माण की योजना बनाई गई है। मंगलवार को प्रेस वार्ता कर डीएवी प्रबंधन ने अपना पक्ष भी रखा था। उन्होंने बताया था कि मैदान में मेला आयोजन से उनका कोई लेना-देना नहीं था। जहां तक उस मैदान में पटाखे की दुकानें लगने की बात है, उस मामले में जिला प्रशासन स्तर पर आदेश जारी हुआ था। कोर्ट के फैसले पर स्कूल प्रबंधन के सचिव अशोक साव ने कहा कि हाई कोर्ट ने उन्हें बड़ी राहत दी है।

chat bot
आपका साथी