Jharkhand Politics: विपक्षी हमले के बाद प्रभारी मंत्री बन्ना को आई धनबाद की याद, कोरोना की तीसरी लहर से किया सावधान

Jharkhand Politics मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस की पहली और दूसरी लहर के बाद हमें तीसरी लहर के लिए अभी से तैयारियां करनी है। अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग कर लक्षण के अनुसार उनका उपचार करना है। तीसरी लहर में बच्चों पर प्रभाव पड़ने की आशंका है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 05:44 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:36 PM (IST)
Jharkhand Politics: विपक्षी हमले के बाद प्रभारी मंत्री बन्ना को आई धनबाद की याद, कोरोना की तीसरी लहर से किया सावधान
धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता।

धनबाद, जेएनएन। डेढ़ महीने से ज्यादा समय से कोरोना की दूसरी लहर को धनबाद झेल रहा था। इस दाैरान हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हुए और काफी लोगों की माैत हुई। लेकिन धनबाद के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता ने एक बार भी धनबाद आकर हालात की समीक्षा करने की कोशिश नहीं की। गुप्ता झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। इस कारण उनसे धनबाद के लोगों को कुछ ज्यादा ही उम्मीद थी। वह संकट की घड़ी में धनबाद को भूल गए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीन दिन पहले उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ कोरोना पर हालात की ऑनलाइन समीक्षा की तो धनबाद के सांसद पीएन सिंह और विधायक राज सिन्हा ने स्वास्थ्य मंत्री को निशाने पर लिया। कहा-अब तक प्रभारी मंत्री ने धनबाद के हालात पर एक बैठक तक नहीं की है। इसके बाद रविवार को स्वास्थ्य मंत्री ने धनबाद के उपायुक्त के साथ ऑनलाइन बैठक कर कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। 

धनबाद के उपायुक्त की थपथपाई पीठ

झारखंड सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण सह आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को धनबाद में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की ऑनलाइन समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने उपायुक्त उमा शंकर सिंह के नेतृत्व में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए की गई व्यवस्था और स्थिति में हो रहे सुधार के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई दी। संबल साथी कैंपेन से 150 प्रभावित परिवारों को आवश्यक वस्तुएं प्रदान करना, मृतक के आश्रितों को स्वरोजगार से जोड़ने की योजना ने उपायुक्त के मरीज के इलाज से लेकर उनके अंतिम संस्कार तथा परिजनों के लिए गहरी चिंता रखना दर्शाता हैं। संकट की घड़ी में एक-एक क्षण लगाकर, सब साथ मिलकर झारखंड राज्य को कोविड मुक्त बनाएंगे। उपायुक्त के नेतृत्व में लड़ाई को खत्म करेंगे। मरीज मुस्कुरा कर अस्पतालों से अपने घर लौटेंगे। 

तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा

मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस की पहली और दूसरी लहर के बाद हमें तीसरी लहर के लिए अभी से तैयारियां करनी है। अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग कर लक्षण के अनुसार उनका उपचार करना है। तीसरी लहर में बच्चों पर प्रभाव पड़ने की आशंका है। इसके लिए अभी से चिंतन एवं मनन कर तैयारियां दुरुस्त करनी है। ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसार रहे कोरोनावायरस पर लगाम लगाने के लिए उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान चलाकर, टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाकर तथा संक्रमण की चेन को तोड़कर इसे काबू किया जा सकता है। साथ ही कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के हाट बाजारों में गोल घेरा बनाकर लोगों के बीच 2 गज की दूरी का पालन करना अनिवार्य है। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लागू किए गए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह पर उन्होंने कहा कि हम सभी इस के हिस्सेदार हैं। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लोगों को जागरूक करना है। उन्हें यह बताना है कि कोरोना की चपेट में आप न आए इसलिए आपकी भलाई और सुरक्षा के लिए इसे लागू किया गया है।

दवा दुकानदार डिस्प्ले करेंगे स्टॉक और रेट

मंत्री ने दवा दुकानदार को दुकान में बिकने वाले ऑक्सीमीटर, मास्क, सैनिटाइजर, स्टीम इन्हेलर, कॉविड के लिए आवश्यक दवाइयां की सूची बनाकर दुकान के सामने उसका स्टॉक और रेट डिस्प्ले करने का निर्देश दिया। ड्रग इंस्पेक्टर को विभिन्न दुकानों में जाकर इसका औचक निरीक्षण करने, यह सुनिश्चित करने की किसी वस्तु की कालाबाजारी न हो तथा स्टॉक का मिलान करने का निर्देश दिया।

रेमडेसीविर इंजेक्शन का करें डाटा कलेक्ट

मंत्री ने कोरोना के गंभीर संक्रमित मरीजों के उपचार में प्रयुक्त रेमडेसीविर इंजेक्शन का प्रत्येक अस्पताल से डाटा लेने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जितने अस्पतालों को यह इंजेक्शन दिया है उनके पास से मरीज का नाम, आधार नंबर, फोन नंबर, पूरा पता, कितने इंजेक्शन दिए हैं, कब-कब दिए हैं, का पूरा डाटा कलेक्ट करें।

आपदा को अर्थ उपार्जन का जरिया ना बनाएं निजी अस्पताल

स्टेट हेल्पलाइन नंबर 104 तथा विभिन्न जिलों में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों से सरकार द्वारा निर्धारित रेट से अधिक राशि वसूलने की शिकायतों पर मंत्री ने कहा कि उन्हें भी ऐसी शिकायतें प्राप्त हुई है। उन्होंने निजी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे आपदा को अर्थ उपार्जन का जरिया न बनाएं। वैश्विक महामारी के दौर में राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन हर मरीज को उपचार प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों से अधिक राशि वसूलना कहीं से भी न्यायसंगत एवं तर्कसंगत नहीं है।

ईसीएल से किया सहयोग करने का अनुरोध

मंत्री ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का खुलकर सहयोग नहीं मिलने पर कहा कि वह भी आपदा की घड़ी में राज्य सरकार व जिला प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा मेरे पास सूचना है कि ईसीएल के हॉस्पिटल जीर्ण-शीर्ण हालत में है। ऐसे में कंपनी कम से कम जंबो सिलेंडर, बी टाइप सिलेंडर, वेंटिलेटर इत्यादि प्रदान कर सहयोगात्मक रवैया अपनाएं और धनबाद उपायुक्त के निर्देशों का मान रखें।

50 लाख वैक्सीन का दिया है ऑर्डर

माननीय मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस से बचाव तथा लोगों को सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने के लिए 50 लाख वैक्सीन का आर्डर दिया है। वर्तमान में 2 लाख 34000 वैक्सीन उपलब्ध है। वैक्सीनेशन में कमी नहीं आएगी। गिरिडीह एवं बोकारो में कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की मदद से आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे धनबाद जिले पर पड़ोसी जिलों के मरीजों का लोड कम होगा।

टीकाकरण से 18 प्लस के युवा है अति उत्साहित

18 वर्ष से अधिक उम्र के लिए शुरू किए गए टीकाकरण अभियान पर उन्होंने कहा कि इससे 18 प्लस के युवा अति उत्साहित है। प्रतिदिन कोविन एप पर बड़ी संख्या में युवा वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करते हैं। वैक्सीन सेंटर में आने वालों के लिए पानी, बैठने की व्यवस्था, धूप से बचने के लिए शामियाना तथा 30 मिनट बैठने के लिए ऑब्जर्वेशन रूम बनाना सभी टीकाकरण केंद्रों में सुनिश्चित करें।

कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाना अनिवार्य

मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर में मरीजों को ऑक्सीजन की अत्यंत आवश्यकता रही है। इसलिए तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी सरकारी एवं निजी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाना अनिवार्य है। साथी मरीजों की सुरक्षा के लिए अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र, मैनीफोल्ड की निगरानी, एक से अधिक फ्लोर वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई में किसी प्रकार का उतार-चढ़ाव न हो इसके लिए सतत निगरानी करना भी आवश्यक है। बैठक में उपायुक्त ने माननीय मंत्री को संक्रमण को रोकने तथा मरीजों के उपचार के लिए जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में विस्तार से बताया।

4 प्लांट में रही है निर्बाध ऑक्सीजन रिफिलिंग

उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों में ऑक्सीजन सप्लाई की आवश्यकता को देखते हुए गोविंदपुर, बोकारो, निरसा तथा गिरिडीह से ऑक्सीजन रिफिलिंग निर्बाध रूप से जारी है। सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण तथा शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीएसए प्लांट का निर्माण कार्य जारी है।

हॉटस्पॉट पर चल रहा है विशेष अभियान

उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में एसएनएमएमसीएच के द्वितीय तल पर 100 बेड का सेमी आईसीयू तथा प्रथम तल पर 70 से 80 बेड का आईसीयू तैयार हो रहा है। पीजी एक्सटेंशन ब्लॉक में 200 से 300 बेड बढ़ाने की तैयारियां चल रही है। आरटी पीसीआर व ट्रू-नाट से जांच का दायरा बढ़ाया गया है। विभिन्न हॉटस्पॉट पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार कर लोगों की जांच की जा रही है। विशेषकर सिवियर एक्युट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

टीकाकरण में धनबाद पूरे राज्य में तीसरे स्थान पर

उपायुक्त ने कहा कि टीकाकरण में धनबाद पूरे राज्य में तीसरे स्थान पर है। 18 वर्ष से अधिक के टीकाकरण में भी स्थिति अच्छी है। टुंडी एवं तोपचांची में टीका का प्रतिशत थोड़ा कम है परंतु जागरूकता अभियान चलाकर वहां भी शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। साथ ही बताया कि जिले के ड्रग इंस्पेक्टर लगातार दवा दुकान की जांच करते हैं। अभी तक रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की एक भी शिकायतें उन्हें नहीं मिली है।

नर्सिंग छात्राओं का बढ़ाया जा रहा मनोबल

उन्होंने बताया कि सदर एवं एसएनएमएमसीएच में प्रतिनियुक्त नर्सिंग छात्राओं को पहले ₹500 प्रतिमाह दिए जाते थे। जिसे बढ़ाकर ₹5000 तथा आउटसोर्सिंग में रखी गई नर्सिंग छात्राओं का मनोबल बढ़ाने के लिए उनको एक माह के अतिरिक्त मानदेय के बराबर प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक मरीजों को स्वस्थ करने के लिए निजी चिकित्सकों की भी सेवा ली जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि धनबाद में 274 आईसीयू बेड है। जिसमें 95% ऑक्यूपाइड रहते हैं। 674 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड है। हर दो-तीन घंटे में 1500 जंबो सिलेंडर की रिफिलिंग विभिन्न ऑक्सिजन प्लांट में की जाती है। ऑनलाइन बैठक में मंत्री ने बीसीसीएल के सीएमडी से भी सीधा संवाद किया। उन्होंने सहयोग प्रदान करने के लिए सीएमडी को धन्यवाद दिया। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए बीसीसीएल के जियलगोड़ा, क्षेत्रीय तथा अन्य पेरिफेरल अस्पतालों में 20 से 25 ऑक्सीजन बेड तैयार रखने का आग्रह किया।

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