Jharkhand Politics: कृषि मंत्री ने किया एलान, मासनून से पहले किसानों को मिलेगा खाद-बीज
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि अपने राज्य के लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाएं एवं संक्रमित लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएं। कोरोना से जंग में यदि किसी प्रकार के संसाधन की आवश्यकता पड़े तो उन्हें अविलंब सूचित करें।।
बासुकीनाथ, जेएनएन। झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि मानसून से किसानों को खाद और बीज दिया जाएगा। दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड सभागार में मंगलवार को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने स्वास्थ्य, कृषि, प्रखंड, अंचल व अन्य विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बताया कि इस वर्ष किसानों को मानसून प्रवेश करने से पहले बीज एवं खाद उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों को सरकार के द्वारा प्रदत्त रियायती दर पर कृषि यंत्र लेने की बात कही। इस दिशा में काम करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया।
मनरेगा की योजनाओं पर जोर
मंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण महानगरों और बड़े शहरों में लॉकडाउन की स्थिति है। वहां से मजदूर लाैट कर अपने गांव-घर आ रहे हैं। यहां पर रोजगार मुहैया कराना राज्य सरकार की जवाबदेही है। उन्होंने कहा कि सभी को मनरेगा जैसी योजनाओं से जोड़कर घरों के आसपास ही कार्य उपलब्ध कराया जाएगा। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ रमेश कुमार को प्रखंड क्षेत्र में अधिक लोगों का वैक्सीनेशन कराने व सैंपलिंग के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। कहा कि संक्रमण से बचाव को लेकर टीकाकरण कराएं एवं लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें टीका लेने के लिए प्रेरित करें। डॉ. रमेश ने किए जा रहे उपायों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
कोरोना से जंग में कोताही नहीं
मंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि अपने राज्य के लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाएं एवं संक्रमित लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएं। कोरोना से जंग में यदि किसी प्रकार के संसाधन की आवश्यकता पड़े तो उन्हें अविलंब सूचित करें।। प्रखंड प्रभारी आपूर्ति पदाधिकारी गिरेन्द्र यादव को अनाज वितरण व्यवस्था से संबंधित जानकारी लकिर समय पर अनाज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मौके पर बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू, जरमुंडी अंचलाधिकारी राजकुमार प्रसाद, एसडीपीओ उमेश सिंहसमेत विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे।