Jharkhand Assembly Election 2019: चुनावी पिच पर रक्षा मंत्री राजनाथ का मास्टर स्ट्रोक, सुविधाएं बढ़ाने का सपना दिखा नए झरिया का मतलब समझा गए
सौ सालों से झरिया में जमीन के नीचे मौजूद कोयले में लगी आग दहक रही है। शहर के आसपास की बोकापहाड़ी समेत कई बस्तियों के लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
धनबाद [ राजीव शुक्ला ]। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जियलगोरा में चुनावी सभा के दौरान आम लोगों की नब्ज पकड़ी। झरिया उजड़ने की आशंका से परेशान लोग उनकी जुबान से राहत की बात सुनने की इच्छा लेकर आए थे। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने राजनाथ को जन भावना से अवगत करा दिया था। इसके बाद झरिया की चुनावी पिच पर राजनाथ ने मास्टर स्ट्रोक लगाया। उनके संबोधन का लब्बोलुआब था कि परेशान नहीं हो, भाजपा की सरकार बनी तो झरिया नहीं उजड़ेगा।
दरअसल, सौ सालों से झरिया में जमीन के नीचे मौजूद कोयले में लगी आग दहक रही है। शहर के आसपास की बोकापहाड़ी समेत कई बस्तियों के लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। राजा शिव प्रसाद कॉलेज को आग के खतरे के कारण झरिया से दूर बेलगढि़या शिफ्ट कर दिया गया। अब आग झरिया शहर में घुसने को बेताब हैं। कोयला खनन के कारण हो रही ब्लास्टिंग से मकान कांप उठते हैं। अक्टूबर में सीएम रघुवर दास झरिया आए थे तो उन्होंने कुछ टिप्पणी की थी। विधानसभा चुनाव में विरोधी दल उनके कथन के मायने लोगों को समझा रहे हैं। सो, झरिया की आग के कारण विस्थापन बड़ा मसला बन चुका है।
भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह के पक्ष में जियलगोरा आए राजनाथ सिंह ने जनता जो भरोसा चाहती थी, उसे देने में तनिक देर भी नहीं की। आरोप मढ़ डाला कि विपक्षी अफवाह फैला रहे हैं। बोले कि सीएम ने नया झरिया बनाने की बात की थी, जहां सभी तरह की सुविधाएं हो। राजनाथ ने कुछ इस तरह लोगों को समझाया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नये भारत के निर्माण की बात करते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि पुराने भारत का महत्व नहीं रहेगा। चलते चलते अपनी बात को और वजनदार बताने के लिए राजनाथ बोल गए कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता। जो कह रहे हैं, उस पर भरोसा करें।