Jharia: पानी-बिजली संकट से जनता हलकान, जनप्रतिनिधियों को चिंता नहीं

डीवीसी की ओर से लगातार जामाडोबा जल संयंत्र में की जा रही बिजली कटौती के कारण झरिया में दूसरे दिन भी जलापूर्ति नहीं हुई। कई दिनों से झरिया में अनियमित व आंशिक जलापूर्ति के कारण लोग पहले से ही परेशान हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:50 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 12:02 PM (IST)
Jharia: पानी-बिजली संकट से जनता हलकान, जनप्रतिनिधियों को चिंता नहीं
झरिया में पानी-बिजली संकट ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, झरिया। झरिया में बिजली और जल संकट से लोगों में हाहाकार मचा है। बावजूद इसके झमाडा और बिजली विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। झरिया के लगभग छह लाख लोग दो दिनों से काफी परेशान हैं। शनिवार से डीवीसी की ओर से झरिया में लगातार बिजली कटौती किए जाने के कारण झरिया वासियों को कुछ घंटे ही बिजली मिल पा रही है। बिजली की आंख मिचौली जारी है। कई घरों के इनवर्टर भी बैठ गए हैं। बिजली कर्मियों के अनुसार डीवीसी में बिजली संकट के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। शहर को पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पा रही है। घंटों बिजली के कटे रहने और अचानक आने से पोल के जंपर उड़ने और तार टूटने की घटनाएं हो रही हैं। इस कारण ही शहर में बिजली समस्या हो रही है।

आमजन में बढ़ रहा आक्रोश

वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग झरिया के कार्यपालक अभियंता, एसडीओ और कनीय अभियंता बिजली समस्या दूर करने के प्रति गंभीर नहीं है। अधिकारी या तो अपने मोबाइल के स्विच ऑफ कर लिए हैं या फिर कॉल को ही नहीं उठा रहे हैं। इससे झरिया वासियों में और आक्रोश छाया है। बिजली कर्मियों का कहना है कि डीवीसी से पर्याप्त बिजली मिलने से ही समस्या दूर हो सकती है। लगातार दूसरे दिन भी झरिया में बिजली समस्या के कारण लोगों में काफी आक्रोश है। झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के प्रति भी जनता में आक्रोश है। संकट की घड़ी में वो भी कुछ नहीं कर पा रही हैं।

बिजली संकट के कारण जामाडोबा जल संयंत्र से नहीं हुई जलापूर्ति

डीवीसी की ओर से लगातार जामाडोबा जल संयंत्र में की जा रही बिजली कटौती के कारण झरिया में दूसरे दिन भी जलापूर्ति नहीं हुई। कई दिनों से झरिया में अनियमित व आंशिक जलापूर्ति के कारण लोग पहले से ही परेशान हैं। झमाडा के कर्मियों का कहना है कि बिजली कटौती किए जाने के कारण संयंत्र के वाटर फिल्टर प्लांट में जल भंडारण नहीं हो पा रहा है। झरिया शहर के जलमीनार को जलापूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। झमाडा के एसडीओ पंकज झा का कहना है कि संयंत्र में लगातार बिजली मिलने के बाद जल संकट दूर हो जाएगा।

जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से लोगों में छाया है रोष

झरिया में बिजली व जल संकट को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों की ओर से पहल नहीं किए जाने के कारण यहां के लोगों में काफी आक्रोश है। पोद्दारपाड़ा के सोष्टी दत्ता, हेटलीबांध के पिनाकी राय, कोयरीबांध के मनोज साहू, ऊपर कुल्ही के मोफिज साहिल आदि ने कहा बिजली और जल संकट से झरिया के लोग त्राहि - त्राहि कर रहे हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं। लोगों ने जनप्रतिनिधियोंं से जल्द झरिया में बिजली और जल की समस्या दूर करने की मांग की है।

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