Power purchase policy: डीवीसी को लगेगा 33 हजार वोल्ट का झटका, जेबीवीएनएल दूसरी कंपनी से लेगी बिजली

धनबाद में जेबीवीएनएल पूरी तरह से डीवीसी पर ही निर्भर है। यहां डीवीसी का एकाधिकार है। यही कारण है कि जब चाहे डीवीसी बगैर सूचना के बिजली काट देती है।

By mritunjayEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 09:54 AM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 04:10 PM (IST)
Power purchase policy: डीवीसी को लगेगा 33 हजार वोल्ट का झटका, जेबीवीएनएल दूसरी कंपनी से लेगी बिजली
Power purchase policy: डीवीसी को लगेगा 33 हजार वोल्ट का झटका, जेबीवीएनएल दूसरी कंपनी से लेगी बिजली

धनबाद, नीरज दूबे। शहर में बिजली की समस्या को लेकर वर्तमान समय में जेबीवीएनएल ने ऐसी योजना बनाई है, जिससे न केवल शहर की बिजली व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि डीवीसी को भी आर्थिक रूप से बड़ा झटका लगेगा। डीवीसी कमांड एरिया धनबाद, गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा रामगढ़, में डीवीसी से बिजली आपूर्ति होती है।

धनबाद में जेबीवीएनएल पूरी तरह से डीवीसी पर ही निर्भर है। यहां डीवीसी का एकाधिकार है। यही कारण है कि जब चाहे डीवीसी बगैर सूचना के बिजली काट देती है। रात नौ बजे के बाद अगर पुटकी ग्रिड या पाथरडीह ग्रिड के 33 केवी लाइन में खराबी आती है, तो डीवीसी कर्मी दूसरे दिन ही मरम्मत के लिए निकलते हैं।

मालूम हो कि सभी ग्रिड के सप्लाई लाइन की देखरेख व मरम्मत कार्य डीवीसी खुद अपने हाथों में ले रखा है। ऐसे में 33 केवी लाइन में खराब होने पर जब तक डीवीसी के कर्मी मौके पर नहीं जाएंगे, मरम्मत नहीं होगा और रात दस के बाद डीवीसी कर्मी मरम्मत कार्य करने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं, चाहे पूरा शहर अंधेरा में रहे डीवीसी को फर्क नहीं पड़ता है। इन्हीं समस्याओं के निदान के लिए जेबीवीएनएल ने डीवीसी से निर्भरता समाप्त करने के लिए फुलप्रुफ प्लानिंग की है। प्लानिंग के तहत ही जेबीवीएनएल नेशनल ग्रिड से सीधे तौर पर जुडऩे की तैयारी में जुट गई है। नेशनल ग्रिड से जुडऩे के बाद जेबीवीएनएल भी किसी कंपनी से बिजली खरीद सकती है।

चंदनकियारी से 33 केवी की नई लाइन धनबाद में बिछाई जा रही है। ऐसे तो चंदनकियारी से बाघमारा व तोपचांची इलाके में पूर्व से भी बिजली की सप्लाई हो रही है, पर दूसरी लाइन बिछाने का मकसद भी स्पष्ट है। वहीं, तीन महीने में जेबीवीएनएल कांड्रा ग्रिड भी चालू करने की योजना है। कांड्रा व चंदनकियारी ग्रिड के चालू होने के बाद दोनों ग्रिड के जरिए जेबीवीएनएल किसी भी कंपनी का बिजली खरीद सकेगी।

मालूम हो कि धनबाद में प्रतिदिन 240 मेगावाट बिजली डीवीसी से जेबीवीएनएल खरीदती है। ऐसे में दोनों ग्रिड के चालू हो जाने पर डीवीसी को बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है। ऐसे तो जेबीवीएनएल ने भविष्य में डीवीसी से बिजली खरीदने या नहीं खरीदने को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है, पर जेबीवीएनएल की तैयारी देख विभिन्न तरह की आशंका जताई जा रही है। 

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