कोरोना की वजह से JBCCI 11 के लिए अभी बैठना मुनासिब नहीं समझतीं यूनियन Dhanbad News

कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर को देखते हुए कोई भी मजदूर संगठन जेबीसीसीआई 11 की बैठक के लिए जल्दबाजी में नहीं है। वह भी तब जबकि पहली बार सरकार ने ही एनसीडब्ल्यू -10 की अवधि पूरी होने से पहले ही एनसीडब्ल्यूए -11 का रास्ता साफ कर दिया है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 01:56 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 01:56 PM (IST)
कोरोना की वजह से JBCCI 11 के लिए अभी बैठना मुनासिब नहीं  समझतीं यूनियन Dhanbad News
कोरोना की वजह से जेबीसीसीआई 11 के लिए अभी बैठना मुनासिब नहीं समझतीं यूनियन। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन: कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर को देखते हुए कोई भी मजदूर संगठन जेबीसीसीआई 11 की बैठक के लिए जल्दबाजी में नहीं है। वह भी तब जबकि पहली बार  सरकार ने ही एनसीडब्ल्यू -10 की अवधि पूरी होने से पहले ही  एनसीडब्ल्यूए -11 का  रास्ता साफ कर दिया है।

 हालांकि  यूनियनो ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हिंद मजदूर सभा के हिंद मजदूर खदान फेडरेशन अध्यक्ष नाथूलाल पा संगठन के पदाधिकारियों को पत्र लिखकर नेशनल कॉल वेज एग्रीमेंट 11 जल्द पूरा कराने की जरूरत बताई है उन्होंने कहा है कि पहले जेबीसीसीआई गठन से पूर्व बैठक कर यह निर्धारित किया जाता था कि एनसीडब्ल्यूए के लिए हमारी नीति क्या होगी मांगे क्या होंगे लेकिन इस वर्ष लफ्जों और करो ना वायरस के घातक प्रकोप की वजह से ऐसा करना संभव नहीं है इसलिए सभी पदाधिकारी व सदस्य अपने अपने विचार लिखकर भेज दे ताकि उन्हें संकलित कर डिमांड ड्राफ्ट बनाया जा सके मंगलवार को जारी किया इस पत्र में पाडे ने कोई आखिरी तिथि निर्धारित नहीं की है। 

 वहींं इस मामले में बी एम एस से संबद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ आर सीटू काफी आगे हैं। सीटू के फेडरेशन के अध्यक्ष डीडी रामानंदन के मुताबिक हमारा मांग पत्र 4 महीने पहले से ही तैयार है। कितना हम मांग प्रस्तुत करेंगे यह सब पहले ही निर्धारित हो चुका है। भारतीय मजदूर संघ भी तैयारी कर चुका। लेकिन इस पर विचार विमर्श के लिए एक आम राय बनना जरूरी है। यह आम राय बनाने के लिए लोगों को आपस में मिलकर बैठना होगा। पहल की जाएगी लेकिन अभी उचित समय नहीं है। कोरोनावायरस का प्रकोप कुछ कम हो तभी इस दिशा में कुछ किया जाएगा। अभी कोई बैठक संभव नहीं। और ऑनलाइन बहुत कुछ किया जाना सही नहीं। कंपनी से चर्चा से पहले कोई भी यूनियन अपना एजेंडा और अपना डिमांड सार्वजनिक नहीं करना चाहेगा। रामानंद के मुताबिक वे चाहते हैं कि कोरोनावायरस खत्म हो उसके बाद  आगे बढ़ा जाए। अभी कोल इंडिया भी हडबडी  में नहीं है।  अभी तो प्रतिनिधियों की सूची आमंत्रित की जाएगी। उसके बाद बैठक की तिथि निर्धारित होगी। कोरोना  को देखते हुए इसमें भी समय लगना ही है।

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