यहां दोहराई जा रही फिल्म 'सारांश' की कहानी; विदेश में पड़े बेटे के शव के लिए बाप परेशान, डीसी से गुहार Dhanbad News
डोमन महतो के 33 वर्षीय बेटे जय प्रकाश महतो की 28 दिसंबर 2019 को सऊदी अरब में काम के दाैरान पोकलेन मशीन की चपेट में आकर माैत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के बाद अल कासिम में रखा गया है।
धनबाद, जेएनएन। यह कहानी तीन दशक पुरानी अनुपम खेर अभिनित फिल्म 'सारांश' जैसी तो नहीं है लेकिन उससे थोड़ी मिलती-जुलती है। फिल्म में विदेश में रखी बेटे की अस्थियां हासलि करने के लिए अनुपम खेर उच्चायुक्त के अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते नजर आते हैं। उसी तरह धनबाद के सिंदरी के मनोरहटांड निवासी डोमन महतो परेशान और लाचार हैं। उनके बेटे का शव सऊदी अरब में पड़ा है। अब उनकी अंतिम इच्छा मरे हुए बेटे का मुंह देखना है। समस्या यह है कि शव भारत आए तो कैसे आए ? डोमन दिल्ली जाकर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क साधने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में धनबाद के उपायुक्त अमित कुमार को पत्र लिखकर शव को भारत लाने की फरियाद की है। इसके बाद उपायुक्त ने विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा है।
डोमन महतो के 33 वर्षीय बेटे जय प्रकाश महतो की 28 दिसंबर 2019 को सऊदी अरब में काम के दाैरान पोकलेन मशीन की चपेट में आकर माैत हो गई। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के बाद अल कासिम में रखा गया है। शव को भारत लाने की किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है। पांच माह पहले जयप्रकाश ने सऊदी अरब के अल कासिम में स्थित एसआईजीए प्रोजेक्ट में बतौर पाइप फीटर के रूप में काम शुरू किया था। यह प्रोजेक्ट सऊदी सर्विस ऑफ इलेक्ट्रो मशीन वर्क कंपनी लिमिटेड के अधीन है। इसी कंपनी में काम के दाैरान 28 दिसंबर को एक हादसे में मृत्यु हो गई।
जय प्रकाश की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद उसके परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। महतो की ससुराल मटकुरिया में है। उनकी शादी 2012 में खुशबू कुमारी के साथ हुई थी। उनकी मौत की खबर से पत्नी पूरी तरह से टूट गई हैं। वृद्ध पिता और घर के अन्य सदस्य भी गहरे सदमे में हैं। जयप्रकाश और खुशबू के दो बेटे हैं। एक की उम्र तीन वर्ष और दूसरे की उम्र महज 10 माह है। जयप्रकाश के परिजनों ने उनके शव को भारत लाने के लिए धनबाद डीसी से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगाई है। मृतक के पिता डोमन महतो ने डीसी और विदेश मंत्री को पत्र लिखकर बेटे के शव के अंतिम दर्शन की इच्छा जताई है।